नई दिल्ली। 1984 के सिख दंगों में मंगलवार को 2 दोषियों को सजा के बाद इस मुद्दे पर फिर से राजनीती तेज हो गई है। पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने कहा है कि 1984 के सिख दंगों की जांच कर रहे विशेष जांच दल (SIT) को कांग्रेस नेता सोनिया गांधी को समन भेजना चाहिए, क्योंकि उन्हीं के निवास पर दंगों का षडयंत्र रचा गया था और उनके पति उस समय सत्ता में थे। सुखबीर ने यह भी कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को चाहिए को वह सोनिया गांधी को लाई डिटेक्टर टेस्ट के लिए कहें।
गौरतलब है कि मंगलवार को दिल्ली की एक अदालत ने 1984 के सिख विरोधी दंगों में दो लोगों की हत्या के दोषी यशपाल सिंह को मंगलवार को फांसी की सजा सुनाई। इस मामले में पहली बार किसी को मौत की सजा सुनाई गई है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अजय पांडे ने मामले में सह दोषी नरेश सहरावत को भी उम्रकैद की सजा सुनाई।
दिल्ली अदालत परिसर में दोषियों पर हमले और सुरक्षा चिंताओं के चलते फैसला तिहाड़ जेल में सुनाया गया। अदालत ने 14 नवंबर को सिंह और सहरावत को 1984 में यहां सिख विरोधी दंगों के दौरान दो लोगों की हत्या करने का दोषी पाया था। एसआईटी द्वारा मामला फिर से खोले जाने के बाद पहली बार किसी को दोषी पाया गया। दिल्ली पुलिस ने साक्ष्यों के आभाव में 1994 में मामला बंद कर दिया था। हालांकि दंगों को लेकर गठित एक विशेष जांच दल ने मामले को फिर से खोला।