![Nankana Sahib, Sikh, Pakistan High Commissioner](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
नई दिल्ली: पाकिस्तान ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुई पत्थरबाजी की घटना के बाद पूरी दुनिया के सामने एक फिर बेनकाब हो गया है। शुक्रवार को हुए इस हमले को लेकर अब भारत में भी आक्रोश भड़कने लगा है। इस हमले को लेकर दिल्ली शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और अकाली दल ने पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। सिखों के इस इस प्रदर्शन में काफी संख्या में लोग इकट्ठा हुए। आपको बता दें कि भारत सरकार ने भी ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हमले को नाराजगी जताई है, जबकि पाकिस्तन ने कहा है कि गुरुद्वारा पूरी तरह सुरक्षित है।
जम्मू एवं दिल्ली में हुआ जोरदार विरोध प्रदर्शन
ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुए हमले के विरोध में शनिवार दोपहर दिल्ली और जम्मू में सिख समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन किया। दिल्ली में इस हमले के विरोध में सिख समुदाय के लोग शनिवार दोपहर पोस्टर-बैनरों के साथ सड़क पर उतरे। इस मौके पर सिख समुदाय ने घटना के प्रति अपना आक्रोश व्यक्त किया और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। अपने विरोध प्रदर्शन के दौरान समुदाय के लोगों ने ननकाना साहिब की घटना के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को भी जमकर खरी-खोटी सुनाई।
पाकिस्तान ने कहा, 2 मुस्लिम समूहों के बीच हुई थी झड़प
वहीं, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने शुक्रवार देर रात दिए एक बयान में कहा कि पंजाब प्रांत के अधिकारियों ने यह जानकारी दी कि वहां 2 मुस्लिम समूहों के बीच किसी छोटी घटना को लेकर झड़प हुई थी जिसमें तत्काल हस्तक्षेप करके आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। पाकिस्तान की सरकार ने कहा कि गुरुद्वारा बिल्कुल सुरक्षित है और इसे कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। बयान में कहा गया कि पाकिस्तान सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने और खास तौर पर अल्पसंख्यकों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। पाकिस्तान की सरकार ने कहा कि यह झड़प चाय की दुकान पर हुई, हालांकि जो वीडियो सामने आए हैं वे कुछ और ही कहानी कह रहे हैं।
क्या है सिख किशोरी से जुड़ा मामला
दरअसल, पाकिस्तान में एक सिख किशोरी से शादी करने वाले एक मुस्लिम व्यक्ति के परिवार की अगुवाई में कुछ लोगों ने गुरुद्वारे पर धावा बोल दिया। वह सिख किशोरी ननकाना साहिब गुरुद्वारे के ग्रंथी की बेटी है। पुलिस के मुताबिक, हसन नामक एक व्यक्ति ने पिछले साल सितंबर में 18 साल की जगजीत कौर का अपहरण किया था, उसे मुसलमान बनाया था और उससे शादी कर ली थी। वहीं, लड़की के परिवार ने आरोप लगाया था कि उसका जबरन धर्मांतरण कराया गया है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने घटना की निन्दा की
भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। विदेश मंत्रालय ने ने एक बयान में कहा, ‘भारत इस पवित्र स्थान पर तोड़फोड़ और बेअदबी की हरकतों की कड़ी निंदा करता है। हम पाकिस्तान सरकार से सिखों की सुरक्षा एवं कल्याण सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आह्वान करते हैं।’ विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान की सरकार से कहा कि उन बदमाशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए जो इस पवित्र गुरद्वारे में बेअदबी में शामिल हैं और जिन्होंने अल्पसंख्यक सिखों पर हमला किया है।
प्रदर्शन के बाद अपहरणकर्ता को पुलिस ने छोड़ दिया
इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड के प्रवक्ता आमिर हाशमी ने कहा, ‘हसन के परिवार के सदस्यों ने सिख लड़की को लेकर उठे विवाद पर हुई अपने कुछ रिश्तेदारों की गिरफ्तारी के खिलाफ गुरद्वारा जन्मस्थान ननकाना साहिब के बाहर शुक्रवार को धरना दिया।’ भारतीय मीडिया में इस गुरद्वारे में तोड़फोड़ की भारत द्वारा कड़ी निंदा किए जाने की खबरों के संबंध में पूछे जाने पर हाशमी ने कहा, ‘ प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण हैं। पुलिस द्वारा एक व्यक्ति को रिहा किए जाने के बाद उन्होंने अपना प्रदर्शन खत्म कर दिया।’