नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में हिंसा के मद्देनजर प्रशासन ने दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए हैं। प्रशासन ने यह आदेश तब जारी किया जब पहले धारा 144 लागू करने और फिर कर्फ्य लगाने के बाद भी दंगाइयों ने हिंसा बंद नहीं की। दंगाइयों को रोकने के लिए सुरक्षाबंलों ने हर मुम्किन कोशिश की। सुरक्षाबलों ने फ्लैग मार्च करने से लेकर आंसू गैस के गोली छोड़ने तक सब आजमाया लेकिन दंगाई नहीं रुके।
सुरक्षाबलों पर हमला, 56 घायल
हिंसक भीड़ ने शांति कायम करने की कोशिश करने वाले सुरक्षाबलों के जवानों पर ही सीधा हमला करना शुरू कर दिया है। स्थिति ये हो गई है कि दंगाईयों ने अब सुरक्षाबलों पर भी खुलकर हमले करने लगे हैं। उत्तर पूर्वी दिल्ली के करावल नगर में दंगाईयों ने पैरामिलिट्री फोर्स के जवान पर तेजाब फेंक दिया, जिस वजह से जवान घायल हो गया। इतना ही नहीं हिंसा में 56 पुलिसकर्मियों के घायल होनी की खबर है। इन 56 पुलिसकर्मियों समेत कुल 130 से ज्यादा लोगों के घायल होने की जानकारी मिली है।
13 लोगों की मौत, 11 मामले दर्ज
बता दें कि रविवार से CAA विरोधी और समर्थकों के बीच जारी हिंसा में दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल समेत अभी तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि वह असामाजिक तत्वों की संलिप्तता वाली घटनाओं पर कार्रवाई कर रही है। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता मनदीप रंधावा ने कहा कि हिंसा के संबंध में 11 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। फिलहाल, उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में सुरक्षाबलों की तैनाती और बढ़ा दी गई है।
घरों की छतों पर रखे मिले पत्थर
दिल्ली पुलिस ने बताया कि ड्रोन की मदद से पुलिस निगरानी कर रही है और पुलिस को ऐसे सबूत मिले हैं कि कुछ जगहों पर घरों की छतों पर पत्थर रखे गए हैं। इतनी ही नहीं इंडिया टीवी को ग्राउंड रिपोर्ट के दौरान गलियों में सड़कों पर प्लास्टिक बैग मिले, जो पत्थरों से भरे थे। इंडिया टीवी के कैमनों में कई ऐसी तस्वीरें कैद हुई हैं, जो दिल्ली की हिंसा के खौफनाक मंजर को बयान करती हैं। हिंसा वाले इलाकों में दंगाइयों ने घलों, दुकानों और वाहनों को भी आग लगा दी।
4 जगहों पर कर्फ्यू, जाफराबाद मेट्रो स्टेशन खाली
उत्तर-पूर्वी दिल्ली की चार जगहों पर कर्फ्यू लगा दिया गया है। करावल नगर, चांदबाग, जाफराबाद और मौजपुर की स्थिति को देखते हुए यहां कर्फ्यू लगाया गया है। सुरक्षाबलों ने जाफराबाद मेट्रो स्टेशन पर बैठी महिलाओं को भी वहां से हटा दिया है। स्टेशन की रोड अब खाली करा दी गई है। इसके अलावा सुरक्षाबलों ने मौजपुर इलाके में सीएए के पक्ष में बैठे प्रदर्शनकारियों को भी हटाया और मौजपुर चौक को क्लियर करवाया। अब जाफराबाद-मौजपुर रोड साफ है और पुलिस वहां मौजूद है।
हिंसा में कैसे बदला तनाव
बता दें कि शाहीन बाग की तरह ही शनिवार की रात को महिलाओं ने जाफराबाद मेट्रो स्टेशन पर एक ओर का रास्ता बंद कर दिया था। जिसके बाद से वह वहां बैठकर प्रदर्शन कर रही थीं। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती कर दी थी। महिलाओं के जाफराबाद मेट्रो स्टेशन पर प्रदर्शन शुरू करने के साथ ही दूसरी ओर इलाके में CAA के समर्थक भी सड़कों पर उतर आए, जिसके बाद तनाव बढ़ना शुरू हो गई। देखते ही देखते CAA विरोधी और समर्थक के बीच का तनाव हिंसा में बदल गया।
गाजियाबाद, नोएडा में सुरक्षा बढ़ाई गई
उत्तर प्रदेश में पुलिस ने गाजियाबाद और नोएडा में उन सीमाओं पर सुरक्षा और गश्त बढ़ा दी है, जो दिल्ली से लगती हैं। नोएडा पुलिस ने कहा कि वह ‘‘हाई अलर्ट’’ पर है और जिले में धारा 144 लागू है, जो एक स्थान पर चार या उससे अधिक लोगों के एकत्रित होने पर रोक लगाती है। इसी तरह के कदम गाजियाबाद में उठाये जा रहे हैं, जहां पुलिस ने लोनी सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी है, जो कि उत्तर पूर्वी दिल्ली से नजदीक है। गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने कहा, ‘‘लोनी जैसी सीमाई क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था सक्रिय है, जहां गश्त भी बढ़ा दी गई है।"