भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मनुआभान की टेकरी पर 8 महीने पहले 12 वर्षीय बच्ची की दुष्कर्म के बाद पत्थरों से कुचलकर की गई हत्या के मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने धरना दिया। भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ बच्ची की मां भी धरने पर बैठीं। इस दौरान भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और पूर्व मुख्यमंत्री चौहान के अलावा भोपाल में बेटी बचाओ अभियान समिति द्वारा आयोजित इस धरने में भोपाल के विधायक रामेश्वर शर्मा और महापौर आलोक शर्मा भी शामिल रहे।
एक घंटे चले इस धरने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री आवास तक मुख्यमंत्री से मिलने के लिए पैदल यात्रा भी की। इस दौरान पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील होता दिखाई दिया। जब शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री निवास तक नहीं जाने दिया गया, तब शिवराज सिंह चौहान बैरिकेड पर चढ़कर मुख्यमंत्री निवास जाने लगे। लेकिन, इसी दौरान मुख्यमंत्री निवास से मुलाकात के आश्वासन के बाद तमाम भाजपा के कार्यकर्ताओं ने धरना समाप्त किया।
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंडिया टीवी से बातचीत में कहा कि उनका मकसद बेटी को न्याय दिलाना है। 8 महीने हो गए बच्ची के साथ बलात्कार करने और हत्या को, लेकिन आज तक मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में नहीं लाया गया।वहीं, अब तक डीएनए रिपोर्ट भी नहीं आई है। शिवराज सिंह चौहान के मुताबिक, बच्ची के माता-पिता को लग रहा है कि अपराधियों को बचाने के लिए सारी पुलिस लगी है। हम चाहते हैं कि मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो और अपराधियों को सजा मिले।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उन्हें और बच्ची के माता-पिता को बातचीत के लिए बुलाया है। वह मुख्यमंत्री कमलनाथ से बस इतना चाहते हैं कि मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए और अपराधियों को जल्द से जल्द सजा मिले। गौरतलब है कि 30 अप्रैल 2019 को भोपाल के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मनुआ भान की टेकरी पर 12 साल की नाबालिक बच्ची के साथ गैंगरेप हुआ था और शव की पहचान छुपाने के लिए चेहरे को पत्थर से कुचल दिया गया था लेकिन 8 महीने बीत जाने के बावजूद अब तक मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में नहीं आया है साथ ही माता-पिता पर के मुताबिक डीएनए रिपोर्ट भी अब तक सामने नहीं आई है।