मुंबई। शिवसेना विधायक उल्हास पाटिल ने पश्चिमी महाराष्ट्र में भारी बारिश के बाद कोल्हापुर और सांगली जिलों में बाढ़ के लिए सोमवार को ‘‘नौकरशाही की सुस्ती’’ को जिम्मेदार ठहराया। पाटिल कोल्हापुर में शिरोल विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं।
पाटिल ने कहा कि उन्होंने पिछले महीने के अंत में क्षेत्र में भारी बारिश होने के पूर्वानुमान को देखते हुए बांधों से पानी छोड़ने जैसे कदम उठाने का जिला प्रशासन से आग्रह किया था। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने 31 जुलाई को कोल्हापुर कलेक्टर को पत्र लिख कर कहा था कि कोयना बांध 80 प्रतिशत भरा हुआ है। अगस्त के पहले सप्ताह में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है और मैंने कलेक्टर से पहले ही कुछ पानी छोड़ने जैसे कदम उठाने का अनुरोध किया था।’’
पाटिल ने कहा, ‘‘लेकिन नौकरशाही सुस्ती के कारण कुछ नहीं हुआ। आज हम जान-माल की हानि देख रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि उनके अनुरोध के बाद भी कोई एहतियाती कार्रवाई शुरू नहीं की गई और पिछले सप्ताह पूरा क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित हो गया। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को बाढ़ को लेकर किसी भी विवाद पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था और कहा था कि उनका ध्यान बारिश से प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने पर है।