शिलांग. शिलांग में लगातार बढ़ते कोरोना मामलों के मद्देनजर मेघालय सरकार द्वारा सोमवार और मंगलवार को लॉकडाउन लागू करने का ऐलान किया है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने बताया कि शिलांग में दर्ज किए गए पॉजिटिव मामलों के संपर्कों का पता लगाने के लिए लॉकडाउन का उपयोग किया जाएगा। शिलांग में शनिवार को कोरोना वायरस के 47 नए मरीज सामने आए। जिनमें से 30 बीएसएफ कर्मी और 17 आम नागरिक हैं। राज्य के कुल मामलों में से 95 फीसदी मामलो शिलांग शहर में से है।
मेघालय सरकार ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को कहा है कि वह देश के अन्य हिस्सों से राज्य में आने वाले अपने कर्मियों को ड्यूटी पर जाने से पहले 14 दिन के संस्थागत पृथक-वास में भेजना अनिवार्य करें। बीएसएफ कर्मियों के बीच कोविड-19 के मामले सामने आये है। मेघायल में इस समय 215 मरीजों का इलाज चल रहा है जिनमें से 132 कर्मी यहां बीएसएफ सीमांत मुख्यालय में तैनात हैं।
स्वास्थ्य आयुक्त और सचिव संपत कुमार ने बीएसएफ सीमांत मुख्यालय के महानिरीक्षक को लिखे एक पत्र में कहा कि देश के अन्य हिस्सों से आने वाले बीएसएफ जवानों का 14 दिन के लिए संस्थागत पृथक केन्द्रों में रहना अनिवार्य किया जाये।उन्होंने कहा, ‘‘उनकी पांच से सात दिन के बाद जांच की जायेगी और जांच रिपोर्ट के आधार पर उन्हें बीएसएफ के अन्य परिसरों/इकाइयों में भेजे जाने या सरकार के संस्थागत पृथक केन्द्रों में ही रखने के संबंध में निर्णय लिया जायेगा।’’ बीएसएफ के प्रवक्ता ने बताया कि यहां सीमांत मुख्यालय लगभग 10 प्रतिशत कर्मियों के साथ काम कर रहा है। राज्य में अब तक 45 लोग कोविड-19 से स्वस्थ हुए है जबकि दो लोगों की मौत हुई है।