नई दिल्ली। नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के मुख्य प्रॉक्टर ने शोधछात्र शरजील इमाम को तलब किया है जिस पर कई राज्यों में देशद्रोह तथा अन्य आरोपों में मामले दर्ज किये गये हैं। शाहीन बाग में प्रदर्शनों के शुरूआती आयोजकों में शामिल इमाम को तीन फरवरी तक प्रॉक्टोरियल कमेटी के समक्ष पेश होने को तथा उसके कथित भड़काऊ भाषणों पर स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया है। इसके अलावा खबर ये है कि शरजील इमाम को पकड़ने के लिए मुंबई, पटना और दिल्ली में कई जगहों पर रेड मारी गई है। क्राइम ब्रांच की पांच टीमें शरजील को पकड़ने के लिए लगाई गई हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘रिपोर्ट में इमाम के खिलाफ दिल्ली, उत्तर प्रदेश और कुछ अन्य राज्यों की पुलिस द्वारा दर्ज कई प्राथमिकियों का जिक्र किया गया है।’’ विश्वविद्यालय के इतिहास अध्ययन केंद्र में पीएचडी छात्र इमाम पर कथित भड़काऊ भाषणों के लिए कई राज्यों में देशद्रोह के मामले दर्ज किये गये हैं। इमाम ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान कथित तौर पर असम और पूर्वोत्तर को बाकी देश से अलग करने की धमकी दी थी।
मणिपुर, अरुणाचल में भी शरजील के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस ने सीएए विरोधी जेएनयू छात्र शरजील इमाम के बिहार स्थित पैतृक आवास पर छापेमारी की लेकिन वह नहीं मिला। इमाम के खिलाफ देश के कई राज्यों में देशद्रोह का मामला दर्ज है। पूर्वोत्तर के दो राज्यों - मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में उसके भाषण को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है जिसमें उसने असम और पूर्वोत्तर को देश के अन्य हिस्सों से ‘‘काटने’’ की धमकी दी थी।
बिहार के जहानाबाद जिले के पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार ने कहा कि ‘‘केंद्रीय एजेंसियों द्वारा मदद मांगे जाने के बाद’’ काको थाना क्षेत्र स्थित उसके घर पर पुलिस ने रविवार की रात को छापा मारा। एसपी ने कहा कि इमाम नहीं मिला लेकिन उसके दो रिश्तेदार और उनके चालक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया और इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
आईआईटी- मुंबई से स्नातक करने के बाद इमाम जेएनयू के इतिहास अध्ययन केंद्र से शोध करने के लिए दिल्ली आ गया। उसके कथित भाषण सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उस पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया। भाषण में उसे यह कहते हुए सुना गया कि असम और पूर्वोत्तर को भारत से ‘‘काटना’’ है। इससे पहले उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ के एएमयू परिसर में भाषण देने के लिए उस पर इन्हीं आरोपों में मामला दर्ज किया गया था।
इमाम के वीडियो सामने आने के बाद मामले दर्ज हुए जिसमें उसने कहा कि अगर ‘‘पांच लाख लोग एकजुट हो जाएं’’ तो पूर्वोत्तर को भारत से काटा जा सकता है। वीडियो में उसे यह कहते हुए दिखाया गया, ‘‘अगर पांच लाख लोग एकजुट हो जाएं तो हम पूर्वोत्तर और भारत को हमेशा के लिए अलग कर देंगे। अगर नहीं तो कम से कम एक महीने या आधा महीने के लिए। रेल पटरियों पर सड़कों पर इतना मवाद फैला देंगे कि वायुसेना को इसे साफ करने में एक महीना लग जाएगा।’’
इनपुट- भाषा