नई दिल्ली: भड़काऊ भाषण देकर एक समुदाय-विशेष की नजर में 'हीरो' बनने के लालच ने जेएनयू के छात्र शरजील इमाम को कहीं का नहीं छोड़ा है। उसे यह अंदाजा ही नहीं था कि हिंदुस्तान और उसकी हुकूमत के खिलाफ आग उगलते अल्फाज उसे इस कदर मुसीबत में डाल देंगे। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की एसआईटी के सामने रिमांड के दौरान हुई पूछताछ में खुद शरजील इमाम ने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। शरजील इमाम भारत को इस्लामिक देश बनाने का मंसूबा रखता है। यह बड़ी जानकारी दिल्ली पुलिस की पूछताछ में सामने आई है।
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर सौंप दिया था। उसके बाद आधी रात से भी ज्यादा वक्त तक उससे दिल्ली पुलिस की तमाम टीमों के अफसरान ने पूछताछ की। इस दौरान नींद की खुमारी और पुलिस का भय उसकी आंखों और चेहरे पर साफ-साफ झलक रहा था। वो सोना चाह रहा था, लेकिन पुलिस उसे जगाकर कम समय में ज्यादा से ज्यादा जानकारियां लेने को बेताव थी।
अब पुलिस सूत्रों से उससे पूछताछ के दौरान की कुछ बातें सामने आई हैं। सूत्र बताते हैं कि शरजील इमाम कट्टरपंथी है और मानता है कि भारत को इस्लामिक देश होने चाहिए। सूत्रों के अनुसार उसने यह भी मान लिया है कि उसकी विडियोज से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है। फिलहाल उसके भाषण वाली विडियोज को फरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।
दिल्ली पुलिस जानना चाहती है कि शरजील के पीछे आखिर कौन है? शरजील की जड़ें कहां तक हैं? एक पढ़ने लिखने वाले छात्र के दिल-ओ-जेहन में आखिर हिंदुस्तानी हुकूमत के खिलाफ इतना जहर अचानक क्यों, कैसे और किसने भरा? मतलब एक शरजील से दिल्ली पुलिस कई निशाने साधने में जुटी है। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल से जुड़े एक अधिकारी ने बताया, "शरजील के पास मटीरियल (संदिग्ध जानकारी) बहुत है। अब तक उससे हुई बातचीत से पता चला है कि शरजील के पीछे कुछ हद तक पीएफआई का भी हाथ है। लेकिन इसकी पुष्टि के लिए अभी और वक्त चाहिए।"
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "शरजील का मामला और उसकी गिरफ्तारी का संबंध उसके भड़काऊ भाषण के वीडियो तक ही सीमित नहीं है। उसके पास काफी कुछ है। बस तरीके से उससे तमाम बातें खुलवाने की कोशिशें की जा रही हैं। शरजिल ने मान लिया है कि पुलिस द्वारा जब्त वीडियो टेप उसी के हैं। अब दिल्ली पुलिस की टीमें उन लोगों की तलाश में जुटी हैं जिन्होंने इन वीडियो की रिकॉडिर्ंग की है। ताकि वीडियो बनाने वालों को ही शरजील इमाम के खिलाफ गवाह के बतौर अदालत में पेश किया जा सके।"
शरजील ने पूछताछ में यह भी कहा है कि उसे अपनी गिरफ्तारी का कोई मलाल नहीं है। अब पुलिस यह देख रही है कि उसका इस्लामिक यूथ फेडरेशन ऐंड पॉप्यूलर फ्रंट ऑफ इंडिया से कोई संबंध है या नहीं। बता दें कि सीएए के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों में इस्लामिक यूथ फेडरेशन ऐंड पॉप्यूलर फ्रंट ऑफ इंडिया ( पीएफआई) का नाम आया था। पीएफआई एक उग्र इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन है।