नई दिल्ली: सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने आपात स्थिति में सीमित उपयोग के लिए कोविड-19 के टीके ‘कोवोवैक्स’ का महाराष्ट्र में अपने मंजरी विनिर्माण स्थल पर उत्पादन करने को लेकर शुक्रवार को भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) की मंजूरी मांगी। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी कंपनी ने भारतीय वयस्कों पर दूसरे/तीसरे चरण की क्लिनिकल अध्ययन रिपोर्ट, नोवावैक्स यूके की अंतरिम रिपोर्ट और यूएसए-मेक्सिको तीसरे चरण का क्लिनिकल अध्ययन तथा डीसीजीआई कार्यालय द्वारा पूछे गये सवालों का जवाब सौंपा है।
समझा जाता है कि SII के सरकार एवं नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने DCGI को भेजे आवेदन में कहा है कि अध्ययन डेटा से सुरक्षा की कोई चिंता नहीं पैदा हो रही है और कोवोवैक्स वयस्क आबादी के लिए सुरक्षित है। एक आधिकारिक सूत्र ने आवेदन में सिंह द्वारा कही गई बातों को उद्धृत करते हुए कहा, ‘हमारे कोवोवैक्स की मंजूरी और इसकी उपलब्धता कोविड-19 महामारी से लड़ने की भारत की क्षमता को और मजबूत करेगी तथा हमारे प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान के अनुरूप टीका सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।’
आवेदन में बताया गया है कि भारत में दूसरे/तीसरे चरण के अध्ययन में 1400 से अधिक प्रतिभागियों को टीके की कम से कम एक खुराक दी गई और अब तक सुरक्षा से जुड़ी कोई चिंता जाहिर नहीं की गई है।