श्रीनगर: श्रीनगर में पाकिस्तानी झंडा फहराने पर पुलिस ने दुख्तरान-ए-मिल्लत संगठन की चीफ आसिया अंद्राबी के खिलाफ FIR दायर की। 23 मार्च को अंद्राबी ने पाकिस्तान डे पर आसिया अंद्राबी ने श्रीनगर में झंडा फहराया था जिस पर काफी विवाद हुआ था।
श्रीनगर में एक मकान के अंदर दुख्तराने ए मिल्लत से जुड़ी महिलाओं ने घर की हर दीवार पर पाकिस्तान का झंडा लगाया...इस घर में पाकिस्तान के आठ झंडे लगाए गए... झंडे लगाने के बाद दुख्तराने मिल्लत की महिलाओं ने अपने हाथ में पाकिस्तान का फ्लैग पकड़ा...और उसके साथ फोटो भी खिंचवाई... दरअसल ये महिलाएं दुख्तरान ए मिल्लत संगठन से जुड़ी हैं.. ये संगठन अलगाववादी हुर्रियत कांफ्रेंस की एक इकाई है.. दुख्तरान ए मिल्लत संगठन की अध्यक्ष आसिया अंदराबी ने इस पूरे कार्यक्रम को ऑर्गेनाइज किया था...
आसिया अंद्राबी ने कहा, “पिछले पैंतीस साल से करते आए हैं....14 अगस्त भी मनाते हैं...और 23 मार्च भी मनाते है...तो ये क्यों मनाते है वो दुनिया को पता है...हम तो पिछले सालों से मनाते आए हैं...पाकिस्तान के परचम तो हर घर में लहराए जाते हैं...हमने एक प्रोग्राम किया था...वहां सैकड़ों वर्कर्स थे।”
इस कार्यक्रम में इस संगठन से जुड़ी 50 दूसरी महिलाएं भी आसिया के साथ मौजूद थीं। ये कार्यक्रम करीब एक घंटे तक चलता रहा .. इस दौरान इन महिलाओं ने जिन्ना के लिए एक कविता भी पढ़ी और कार्यक्रम के आखिर में पाकिस्तान का नेशनल एंथम भी गाया गया।
पाकिस्तान डे के मौके पर दिल्ली के पाक हाईकमीशन से आसिया को भी न्योता मिला था.. लेकिन आसिया उस समारोह में शामिल नहीं हुई.. आसिया ने कहा कि उन्हें समारोह में शिरकत करने से ज्यादा जरूरी काम श्रीनगर में है।
आसिया अंद्राबी दुख्तराने मिल्लत संगठन की चीफ है ...ये संगठन अलगाववादी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस का हिस्सा है.... 28 अगस्त 2010 को जम्मू कश्मीर पुलिस ने देश के खिलाफ जंग छेड़ने, हिंसा फैलाने और देशद्रोही गतिविधियों में शामिल होने के आरोपों में आसिया अंद्राबी को गिरफ्तार किया था।
इसी दौरान कश्मीर में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी...जिसमें कई युवकों की जान चली गयी थी। आसिया अंद्राबी आतंकवादी आशिक हुसैन फक्तू की वाइफ है जो हत्या के मामले में जेल में बंद है। सितंबर 2013 में आतंकियों से कनेक्शन के आरोप में आसिया के तीन करीबी रिश्तेदार गिरफ्तार किए गए थे...
2009 में आसिया ने अपने बेटे को जम्मू कश्मीर राज्य स्तर पर मैच खेलने से ये कहकर मना कर दिया था कि दुश्मन देश के लिए बेटा कैसे खेल सकता है....
इस बीच आसिया अंद्राबी के इस कदम से नाराज़ बीजेपी ने आसिया की गिरफ्तारी की मांग की है.. वहीं नेशल कॉन्फ्रेंस ने भी इसे बेहद गंभीर मामला माना है लेकिन पीडीपी इस घटना पर ज्यादा कुछ भी कहने से बच रही है।
राज्य में पीडीपी और बीजेपी की मिलीजुली सरकार है।