जम्मू कश्मीर में हुर्रियत के अलगावादी नेता अशरफ सेहराई को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सेहराई ने गिलानी के बाद पदभार संभाला था और वह 26 अलगाववादी दलों के समूह ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस में तहरीक-ए-हुर्रियत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। अशरफ के साथ ही प्रतिबंधित संगठन जमात ए इस्लामी के कई सदस्य भी हिरासत में लिए गए हैं। जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजी दिलबाग सिंह ने बताया कि इन सभी पर PSA के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। बता दें कि सेहराई का बेटा और हिजबुल मुजाहिदीन का एक डिवीजनल कमांडर जुनैद सेहराई इस साल मई में शहर के नवाकदल इलाके में एक मुठभेड़ में मारा गया था।
सेहराई पाकिस्तान समर्थक तहरीक-ए-हुर्रियत के चेयरमैन हैं। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि उनके अलावा, जमात-ए-इस्लामी के लगभग एक दर्जन अन्य सदस्यों को हिरासत में ले लिया गया है। दिग्गज अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी द्वारा राजनीति से पूरी तरह से अलग होने की घोषणा करने के कुछ दिनों बाद पुलिस की कार्रवाई हुई।
सेहराई ने गिलानी से पदभार संभाला था और वह 26 अलगाववादी दलों के समूह ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस में तहरीक-ए-हुर्रियत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। हुर्रियत का यह गुट मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाले एक से अलग है, जिसने जम्मू-कश्मीर में हिंसा को समाप्त करने के लिए बातचीत के पक्ष में है। सेहराई का बेटा और हिजबुल मुजाहिदीन का एक डिवीजनल कमांडर जुनैद सेहराई इस साल मई में शहर के नवाकदल इलाके में एक मुठभेड़ में मारा गया था।