श्रीनगर: कश्मीर भर में अलगाववादियों द्वारा विरोध के लिए आहूत बंद से बुधवार को जनजीवन प्रभावित है। सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूख व यासीन मलिक के नेतृत्व में संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जेआरएल) ने सुरक्षा बलों द्वारा लगातार नागरिकों की हत्याओं के खिलाफ घाटी में व्यापक बंद का आह्वान किया है। जम्मू एवं कश्मीर के शोपियां जिले में मंगलवार को एक मुठभेड़ के दौरान दो आतंकवादी मारे गए। इसमें दो नागरिकों की भी मौत हो गई व 20 से ज्यादा प्रदर्शन कर रहे लोग घायल हो गए।
एक व्यक्ति की अपने बेटे के मुठभेड़ स्थल पर फंसे होने की अफवाह से सदमे में आकर मौत हो गई। उसका बेटा जीनत हाल में आतंकवादी समूह में शामिल हुआ था। मोहम्मद इशाक नाईको की दिल के दौरे से मौत हो गई, जबकि एक युवक तमशील अहमद खान की सुरक्षा बलों के साथ झड़प में गोली से घायल होने के बाद अस्पताल में मौत हो गई।
मारे गए आतंकवादियों की पहचान शोपियां के समीर अहमद शेख व एक पाकिस्तानी नागरिक बाबर के रूप में हुई है। दोनों आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद संगठन से जुड़े थे। इस दौरान श्रीनगर में दुकानें, व्यापार प्रतिष्ठान, सार्वजनिक परिवहन व शैक्षिक संस्थान बंद रहे।
अलगाववादियों के बंद बुलाने से अमरनाथ तीर्थयात्रियों की यात्रा दोनों आधार शिविरों बालटाल व पहलगाम में प्रभावित नहीं हुई। इसके अलावा घाटी में किसी ने कहीं भी पर्यटकों की आवाजाही को रोकने की कोशिश नहीं की।
प्रशासन ने पुराने शहर इलाकों में व अन्य संवेदनशील जगहों पर नागरिकों के आवागमन पर बिना कोई रोक लगाए पुलिस व केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की भारी तैनाती की है।
घाटी के बारामूला कस्बे व जम्मू क्षेत्र के बनिहाल कस्बे के बीच ट्रेन सेवाएं एहतियाती उपाय के तौर पर रद्द की गई हैं। दक्षिण कश्मीर के ज्यादातर हिस्सों में मोबाइल इंटनेट सेवाओं पर रोक लगाई गई है।