मुंबई: सटीक लक्ष्य भेदने वाली सबमरीन INS खंडेरी आज नौसेना में शामिल हो गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सबमरीन INS खंडेरी को नौसेना को सौंपा। इससे नौसेना की ताकत कई गुना बढ़ गई है। INS खंडेरी को दुश्मन का ‘साइलेंट किलर’ भी माना जाता है। INS खंडेरी को दुश्मन का ‘साइलेंट किलर’ भी माना जाता है। क्योंकि, यह आवाज नहीं करती और ना ही दुश्मन का रडार इसका पता लगा सकता है। ये दुनिया की सबसे शांत पनडुब्बी है जो टॉरपिडो, एंटीशिप मिसाइल से लैश है।
INS खंडेरी को भारत में ही तैयार किया गया है और यह कलवरी सीरीज की दूसरी स्कॉर्पिन सबमरीन है। इसमें एक हजार से ज्यादा छोटी-बड़ी मशीनें लगी हैं। ये दुश्मन के जहाज को 300 किमी को दूर से ढेर करने की ताकत रखती है। भारत में बनी यह पनडुब्बी 35 किमी/घंटा की रफ्तार से चल सकती है। इसके अलावा यह 45 दिनों तक पानी में रह सकती है।
देश में बनी यह पहली ऐसी पनडुब्बी है, जो बैटरी की मदद से चलती है। इसमें 750 किलो की 360 बैटरियां लगाई गई हैं। इस बैटरी को चार्ज करने के लिए 1250 वॉट्स के दो डीजल जेनरेटर लगाए गए हैं। यह एक बार में 12 हजार किमी का सफर पूरा कर सकती है। इसमें 36 नौसिक रह सकते हैं। दुश्मन के बेड़े को तबाह करने के लिए यह 300 मीटर की गहराई तक जा सकती है।
सबमरीन INS खंडेरी का नाम छत्रपति शवाजी के खंडेरी दुर्ग के नाम पर रखा गया है। करीब दो सालों के इंतजार के बाद नौसेना को यह आधुनिक सबमरीन मिल सकी है। इसके प्रहार से बचना किसी भी दुश्मन के लिए नामुमकिन सा होगा। INS खंडेरी की वजह से हिंद महासागर में भारत की पैठ मजबूत हो गई है।