नई दिल्ली: दिल्ली में मंगलवार को शहर के 2,500 बाजारों में सात लाख से ज्यादा दुकानों के बंद रहने के कारण व्यावसायिक गतिविधियां ठप रहीं। यह बंद तीनों नगर निगमों द्वारा चलाए जा रहे सीलिंग अभियान के विरोध में किया गया। व्यापारियों ने कनॉट प्लेस, चांदनी चौक, सदर बाजार, चावड़ी बाजार, कमला नगर, करोल बाग और कश्मीरी गेट समेत विभिन्न बाजारों में विरोध मार्च भी निकाला।
अखिल भारतीय ट्रेडर्स परिसंघ (सीएआईटी) ने एक बयान में कहा कि दिल्ली में 100 जगहों पर प्रदर्शन किया गया। सीएआईटी ने कहा कि सीलिंग अभियान के खिलाफ 28 मार्च को रामलीला मैदान में व्यापारियों की रैली की जाएगी। संघ ने कहा कि सीलिंग अभियान दिल्ली नगर निगम अधिनियम 1957 का घोर उल्लंघन है।
सीएआईटी ने कहा कि मंगलवार को बंद के कारण व्यापारियों को 1,800 करोड़ रुपये के घाटे का अनुमान है, जिससे सरकार को करीब 150 करोड़ रुपये के राजस्व का भी नुकसान हुआ है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक को एक 'राजनीतिक स्टंट' करार देते हुए प्रदर्शनकारी व्यापारियों ने मंगलवार को एक प्रस्ताव रखा, जिसमें केजरीवाल सरकार से सीलिंग अभियान को रोकने के लिए विधानसभा में विधेयक पारित करने की मांग की गई है।
उन्होंने केंद्र सरकार से भी सीलिंग पर प्रतिबंध लगाने वाला कानून लाने की अपील की।