जम्मू। जम्मू-कश्मीर में हालात धीरे-धीरे सामान्य होने लगे हैं। 4 दिन के बाद राज्य के सांबा जिले में शिक्षण संस्थान खोल दिए गए हैं। सांबा के अलावा जम्मू और उधमपुर में भी स्कूलों को खोल दिया गया है। सांबा का राजकीय कन्या मॉडल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय आम दिनों की तरह खुला। एहतिआत के तौर पर केंद्र सरकार ने सोमवार से जम्मू-कश्मीर में अधिकतर जगहों पर स्कूल और अन्य शिक्षण संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया था। इसके अलावा कश्मीर में भी धारा 144 में ढील दी गई है, यह ढील जुम्मे की नमाज के लिए दी गई है।
केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर में जब से धारा 370 को खत्म करने की घोषणा की है, तभी से कई जगहों पर शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया गया था। किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचने के लिए भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है।
घाटी में एक शख्स से पूछा गया कि गृह मंत्री अमित शाह के बयान ‘कश्मीरी दिल में बसते हैं’ पर उनका क्या कहना है, जवाब मिला, ‘अमित शाह ने जिस तरह पार्लियामेंट में जम्मू और कश्मीर के लोगों के बारे में कहा है, मुझे लगता है कि उनको इस चीज को हकीकत में बदलना चाहिए। जब चीजें ग्राउंड पर आएंगी तो लोगों को समझ में आएगा कि उनकी बात में वजन है।’ वहीं, इसी सवाल पर एक दूसरे शख्स ने कहा कि खुशी तो हुई है, लेकिन उनकी बातें जमीन पर उतरेंगी तब ज्यादा खुश होंगे।