भुवनेश्वर: बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान 'फनी' प्रचंड रूप धारण कर चुका है। माना जा रहा है कि यह तूफान 205 किलोमीटर प्रतिघंटा की अधिकतम रफ्तार से ओडिशा की धरती से टकरा सकता है। इसके शुक्रवार दोपहर तक ओडिशा के तट पर गोपालपुर और चांदबली के बीच से गुजरने की आशंका है। बताया जा रहा है कि उस समय इसकी रफ्तार उस समय इसकी अधिकतम रफ्तार 175 से 185 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है जो 205 तक भी पहुंच सकती है। ओडिशा सरकार ने तूफान फनी के मद्देनजर बुधवार को 2 मई से सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया है।
विशेष राहत आयुक्त (SRC) कार्यालय ने कहा, ‘सभी शिक्षण संस्थान दो मई से अगले आदेश तक अवकाश की घोषणा कर दें। सभी परीक्षाओं का कार्यक्रम दोबारा तैयार किया जाए।’ SRC ने पर्यटकों को दो मई की शाम तक पुरी से चले जाने की सलाह दी है तथा जिन जिलों में फनी के आने की संभावना है, वहां 3-4 मई को गैर-जरूरी यात्रा रद्द करने की सलाह दी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के मुताबिक, अति गंभीर तूफान फनी के गोपालपुर और चांदबली के बीच से होते हुए पुरी के दक्षिण से गुजरने की संभावना है, ओडिशा के 11 जिले इससे प्रभावित होंगे।
भुवनेश्वर मौसम केंद्र के निदेशक एच.आर. विश्वास ने कहा कि तूफान के पुरी में ओडिशा तट से तीन मई को दोपहर को गुजरने की पूरी संभावना है और इस दौरान हवा की गति 175-185 किलोमीटर प्रति घंटा से 205 किलोमीटर प्रतिघंटा तक होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि तूफान के कारण भारी बारिश व बाढ़ आने और विनाशकारी तेज हवाएं चलने का खतरा है। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने तूफान को देखते हुए राज्य में चुनाव की तारीख आगे बढ़ाने की मांग की है। वहीं, मौसम विभाग की ओर से मछुआरों को 2 से 4 मई तक गहरे समुद्र में न जाने को कहा गया है।