नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने मंगलवार को उन चार सीनियर जजों के साथ अपने ऑफिस में मुलाकात की जिन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस पर पारदर्शिता की बात कही थी। सूत्रों के मुताबिक चीफ जस्टिस मिश्रा ने आज जस्टिस चेलामेश्वर, रंजन गोगोई, मदन बी लोकुर और कूरियन जोसफ को अपन ऑफिशियल चेंबर में बुलाया। इन लोगों के बीच जारी गतिरोध पर करीब 15 मिनट तक चर्चा हुई। यह चर्चा 17 जनवरी को भी चलेगी।
13 जनवरी को इन चार जजों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सुप्रीम कोर्ट की कार्यप्रणामी में पारदर्शिता की मांग की थी। यह भारतीय लोकतंत्र के इतिहास की अनोखी घटना थी। इस घटना के बाद आज पहली बार चीफ जस्टिस ने इन चार जजों के साथ बैठकर मुद्दों पर चर्चा की। इससे पहले अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने मंगलवार को कहा था कि ऐसा लगता है कि सुप्रीम कोर्ट में संकट अभी सुलझा नहीं है। वहीं, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने उम्मीद जताई कि इस सप्ताह के अंत तक संकट सुलझ जाएगा।
अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने कल कहा था कि सुप्रीम कोर्ट में सब कुछ सुलझ गया है। हालांकि आज उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि संकट अभी सुलझा नहीं है। उम्मीद करते हैं कि दो-तीन दिन के भीतर चीजें सुलझ जाएंगी।’’ सुप्रीम कोर्ट में 12 जनवरी को तब संकट उत्पन्न हो गया था जब चार सीनियर जज जस्टिस जे चेलमेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसेफ ने भारत के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट के कामकाज की खुले तौर पर आलोचना की थी।