नई दिल्ली: सऊदी अरब ने यमन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने में भारत को पूरा सहयोग देने का भरोसा दिया है। विदेश राज्य मंत्री वी.के.सिंह मंगलवार को भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी के प्रयास पर नजर रखने के लिए जिबूती रवाना हुए हैं।
सऊदी के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सोमवार रात बात की और उन्हें यमन में मौजूद भारतीयों की सुरक्षा पर पूरा ध्यान देने और उन्हें जल्द तथा सुरक्षित निकालने में हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
सऊदी के शाह ने सोमवार रात 9.30 बजे मोदी से बात की। मोदी ने यमन में मौजूद करीब 4,000 भारतीयों की सुरक्षा और कल्याण पर गहरी चिंता व्यक्त है।
उन्होंने सुल्तान सलमान को भारतीय नागरिकों को यमन से निकालने की भारत की योजना की जानकारी दी और उनसे इसमें सहयोग व समर्थन का अनुरोध किया।
सुल्तान सलमान ने भारत और सऊदी अरब के बीच मजबूत और घनिष्ठ संबंधों को याद करते हुए प्रधानमंत्री को भारतीयों की सुरक्षित निकासी की प्रक्रिया पर पूरा ध्यान देने का भरोसा दिलाया।
मोदी ने उनका आभार जताया और क्षेत्र में उनके नेतृत्व में शांति एवं स्थिरता की जल्द बहाली और चुनौतियों के समाधान का कामना की।
इस बीच, भारत ने अदन से 400 भारतीय नागरिकों को समुद्र मार्ग से बाहर निकाल कर फिर उन्हें स्थानीय विमान की मदद से जिबूती पहुंचाया है। जिबूती में भारत ने पांच राजनयिकों को भेजा है, जिसमें विदेश मंत्रालय के तीन वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं।
इस बीच, वी.के.सिंह जिबूती में सुरक्षित निकासी प्रक्रिया पर नजर रखेंगे, जहां से भारतीय स्वदेश लौटेंगे।
भारतीय वायुसेना को जिबूती से भारतीयों को लाने के लिए दो विमान भेजने को कहा गया है। मस्कट में एयर इंडिया के दो विमान मौजूद हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने सोमवार को कहा कि भारतीय नौसेना का जहाज आईएनएस सुमित्रा भी इस क्षेत्र में मौजूद है। नौसेना आईएनएस मुंबई और आईएनएस तरकश को भी सेवा में लगा रहा है। दोनों जहाजों में 1,100 लोगों के यात्रा करने की क्षमता है। दोनों जहांज यमन की तरफ जा रहे हैं और अगले चार-पांच दिनों में यमन पहुंच जाएंगे।
भारत क्षेत्रीय नेताओं के भी संपर्क में है और कठिन हालात में उनसे मदद मांगी जाएगी।
सऊदी अरब के नेतृत्व में यमन में हौती विद्रोहियों पर हवाई हमले किए जा रहे हैं, जो पांचवें दिन सोमवार को भी जारी रहा।
सोमवार को अल-मजरक शिविर पर हुए एक हवाई हमले में लगभग 40 व्यक्ति मारे गए थे और 200 अन्य घायल हो गए थे।