बेंगलुरु: एआईएडीएमके से निष्कासित नेता वी के शशिकला को बुधवार को अधिकारियों ने औपचारिकताएं पूरी करने के बाद जेल से रिहा कर दिया। शशिकला कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद विक्टोरिया अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी रिहाई की प्रक्रिया अस्पताल से पूरी की गई। एक सप्ताह पहले उनमें संक्रमण की पुष्टि हुई थी। तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता की करीबी मित्र शशिकला आय से अधिक 66 करोड़ रुपए की संपत्ति मामले में फरवरी 2017 से यहां पारापन्ना अग्रहारा के केन्द्रीय कारागार में बंद थीं। अस्पताल के बाहर शशिकला के समर्थकों की भीड़ थी और वह अपनी नेता के पक्ष में नारे लगा रहे थे। समर्थकों ने इस दौरान मिठाइयां भी बांटी।
आय के ज्ञात स्त्रोतों से अधिक सम्पत्ति रखने के मामले में सजा मिलने के बाद 15 फरवरी 2017 को शशिकला को बेंगलुरु की सेंट्रल जेल भेजा गया था, इस मामले में तमिलनाडु की दिवंगत सीएम जयललिता को भी सजा हुई थी लेकिन 5 दिसम्बर 2016 को उनका निधन हो गया था। शशिकला के अलावा उनके रिश्तदार इलावरसी और सुधाकरण को भी सजा हुई थी। 4 साल की सजा के साथ साथ कोर्ट ने 10 करोड़ रुपये का जुर्माना भी भरने को कहा था जिसे शशिकला ने कुछ दिन पहले भर दिया था।
20 जनवरी को जेल के अंदर शशिकला की तबियत खराब हो गई थी जब जांच हुई तो पता चला कि उन्हें कोरोना हो गया है। आज चूंकि उनकी सजा की अवधि पूरी हो गई इसीलिए जेल अधिकारी PPE किट पहनकर विक्टोरिया हॉस्पिटल के कोविड ICU वार्ड गए जहां शशिकला एडमिट हैं। वहां जाकर रिहाई मेमो पर शशिकला के साइन लिए जिसके बाद आधिकारिक तौर पर शशिकला को रिहा घोषित कर दिया गया। हालांकि शशिकला के आज की हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक वे स्वस्थ हैं, अब ये शशिकला पर निर्भर करता है कि वे सरकारी विक्टोरिया अस्पताल में ही अपना आइसोलेशन का बचा हुआ समय पूरा करती हैं या फिर किसी निजी अस्पताल में एडमिट होती हैं।