भारत में बढ़ रही बेरोजगारी लोकसभा में बड़ा मुद्दा था। सत्ता में दोबारा लौटी मोदी सरकार ने शपथ ग्रहण से पहले ही इन एनएसएसओ के उस रिपोर्ट को स्वीकार भी किया था, जिसमें कहा गया था कि भारत में बेरोजगारी पिछले 45 वर्षों के सबसे ऊंचे स्तर पर है। लेकिन अब एक बार फिर सरकार ने इन आंकड़ों का नकार दिया है। केंद्रीय मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने इन रिपोर्टों को भ्रामक बताया है। साथ ही कहा है कि सरकार देश में रोजगार के अवसरों को तेजी से बढ़ाने का प्रयास कर रही है। लोकसभा में बोलते हुए केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री ने कहा कि वे देश में रोजगार की स्थिति पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं।
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गंगवार ने कहा कि सरकार गंभीरता से रोजगार के लिए प्रयास कर रही है। जल्द ही सरकार इस पर एक रिपोर्ट पेश करेगी। इससे पहले प्रश्न काल के दौश्रान कांग्रेस के लोक सभा सदस्य अडूर प्रकाश ने देश में बेरोजगारी की ऊंची दर के बारे में सवाल करते हुए पूछा कि क्या सरकार के पास अर्थव्यवस्था के सभी सेक्टरों में रोजगार के अवसर प्रदान करने का कोई प्लान है कि नहीं। इस सवाल के जवाब में गंगवार ने कहा उच्च बेरोजगारी दर पर आ रही रिपोर्ट पूरी तरह से सच नहीं है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री की रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के चलते 31 मार्च 2019 तक 5,86,728 रोजगार प्रदान किए गए। इसी के साथ सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में बोलते हुए गंगवार ने बताया कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाय) के तहत 31 मार्च तक 18.26 करोड़ लोन बांटे गए हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना के तहत सरकार ने नियोक्ता के पूर्ण ईपीएफ और पेंशन स्कीम के तहत योगदान का भुगतान किया है। इसके तहत 16 जून 2019 तक 1.21 करोड़ लाभार्थियों को लाभ पहुंचाया गया है।