नई दिल्ली। शिवसेना नेता और राज्यसभा में पार्टी के सांसद संजय राउत ने राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि आप जिस स्कूल में पढ़ते हो उस स्कूल के हम हेडमास्टर रह चुके हैं और हमारे स्कूल के हेडमास्टर बालासाहेब ठाकरे तथा अटल बिहारी बाजपेयी थे। संजय राउत ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें किसी से देशभक्ति का प्रमाणपत्र लेने की जरूरत नहीं है। हालांकि राज्यसभा में संजय राउत के बयान से यह साफ नहीं हो पाया कि शिवसेना नागरिकता संशोधन विधेयक का समर्थन करती है या विरोध। सोमवार को शिवसेना ने लोकसभा में इस बिल का समर्थन किया था।
संजय राउत ने कहा कि देश के बड़े हिस्से में इस बिल का विरोध हो रहा है, हिंसा हो रही है, एक सेक्शन समर्थन में है एक विरोध में है। वे देश के नागरिक हैं देश के विरोधी नहीं है, देशभक्ति का प्रमाणपत्र लेने की किसी की हमे जरूरत नहीं है।
संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी मानती है कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हुआ है, मानवता के आधार पर उनको स्वीकर करना चाहिए, लेकिन हम उनको अगर स्वीकर करते हैं तो उसमें वोटबैंक की राजनीति नहीं होनी चाहिए, उनको रोटी कपड़ा मकान रोजगार जो भी दे सकते हों देना चाहिए। लेकिन ये सभी लोग कितने हैं.... लाखों करोड़ों लोग लेकर अगर आप ला रहे हों तो क्या उनको वोटिंग अधिकार मिलेगा?