Highlights
- जो मांगे बाकी रह गई है उसके बारे में प्रधानमंत्री को पत्र लिखा जाएगा।
- अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने के लिए भी पत्र लिखा जाएगा।
- कृषि कानूनों की वापसी एक अच्छा कदम लेकिन अभी भी बहुत कुछ बाकी है- किसान नेता
नई दिल्ली: संयुक्त किसान मोर्चा की आज सिंघु बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर) पर अहम बैठक हुई। इस बैठक में आगे किसानों के आंदोलन की रूपरेखा संबंधी चर्चा हुई। संयुक्त किसान मोर्चा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अभी फिलहाल किसान आंदोलन खत्म होने वाला नहीं है क्योंकि जब तक सरकार तीनों कानूनों को पूरी तरह से वापस लेकर नोटिफिकेशन सार्वजनिक नहीं करती तब तक यह आंदोलन समाप्त नहीं होगा।
बैठक के बाद किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा, ''हमने मीटिंग में तय किया है कि जो कार्यक्रम संयुक्त किसान मोर्चा ने पहले तय किए थे वे आगे भी जारी रहेंगे। 27 तारीख को फिर से संयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग होगी। जो मांगे बाकी रह गई है उसके बारे में प्रधानमंत्री को पत्र लिखा जाएगा।'' उन्होंने कहा, ''हम लखमीपुर खीरी घटना के लिए मंत्री (अजय मिश्रा टेनी) को बर्खास्त करने के लिए भी उन्हें पत्र लिखेंगे।''
मोदी सरकार द्वारा कृषि कानूनों की वापसी पर किसान नेता ने कहा, ''यह एक अच्छा कदम था, हम इसका स्वागत करते हैं। लेकिन अभी भी बहुत कुछ बाकी है।''