नई दिल्ली: किसान आंदोलन पर भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी की सरकार और स्वयं मोदी जी जो हिंदुस्तान के मुख्य सेवक हैं वे किसानों को अन्नदाता और भगवान मानते हैं। हमने देखा कि आज बहुत से किसान संगठन तीन बिलों के समर्थन में उतरे हैं कृषि मंत्री से उन्होंने मुलाकात भी की और मोदी जी को धन्यवाद दिया है।
कुछ वामपंथी दल किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर राजनीति साधने की कोशिश कर रहे हैं। इनसे दोगली पाखंडी पार्टी और कोई नहीं। इन्होंने दोगलेपन की सारी सीमाओं को लांघ दिया है। इन्होंने किसानों पर कई अत्याचार किए हैं। ये बात अलग है कि वे आज दिखावा कुछ और कर रहे हैं
भाजपा नेता संबित पात्रा ने कहा कि वामपंथियों ने किसानों के इस आंदोलन को हाईजैक कर लिया है। एपीएमसी को लेकर भ्रमजाल फैलाने की कोशिश हो रही है। उन्होनें कहा कि 1993 से 2018 तक त्रिपुरा में वामपंथ की सरकार रही और मुझे बताते हुए दुख हो रहा है कि 25 वर्षों तक किसी भी फसल पर कोई भी MSP नहीं थी। त्रिपुरा एकमात्र ऐसा राज्य था जहां MSP लागू नहीं होती थी। आज ये तमाम वामपंथी नेता किसान हितैषी बने हुए हैं।