नई दिल्ली: भारत-चीन विवाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होनें कहा कि हमने हर युग में संसार में शांति और पूरी मानवता के कल्याण की कामना की, हमेशा अपने पड़ोसियों के सात मित्रता के साथ काम किया है। हमने हमेशा उनके विकास और कल्याण की कामना की, जहां कहीं मतभेद रहे, हमने हमेशा ये प्रयास किया है कि मतभेद विवाद न बने।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम कभी किसो को उकसाते नहीं है्ं, लेकिन हम अपने देश की अखंडता और संप्रबुता के साथ समझौता भी नहीं करते। उन्होनें कहा कि जब भी समय आया है हमने देस की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है। अपनी क्षमताओं को साबित किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि त्याग हमारे राष्ट्रीय चरित्र का हिस्सा है लेकिन साथ ही विक्रम और वीरता भी उतना ही हमारे देश के चरित्र का हिस्सा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हमारे लिए भारत की अखंडता और संप्रभुता सर्वोच्च है। और इसकी रक्षा करने से हमें कोई भी रोक नहीं सकता।
उन्होनें कहा कि इस बारे में किसी को भी जरा भी भ्रम या संदेह नहीं होना चाहिए कि भारत शांति चाहता है लेकिन भारत उकसाने पर हर हाल में यथोच्चित जवाब देने में सक्षम है। और हमारे शहीद वीर जवानों के विषय में देश को इस बात का गर्व होगा कि वे मारते-मारते मरे हैं। पीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कई मुख्यमंत्रियों को संबोधित करते हुए शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए 2 मिनट का मौन रखा।