नई दिल्ली: दो महिलाओं के प्रवेश के बाद सबरीमाला मंदिर के कपाट शुद्धिकरण के बाद खोल दिए गए हैं। मुख्य तंत्री ने सबरीमला मंदिर बंद करने के आदेश दिए थे। महिलाओं के प्रवेश के चलते मंदिर का शुद्धिकरण किया गया। बता दें कि यहां 50 साल से कम उम्र की दो महिलाओं की एंट्री हुई है जो सबरीमाला मंदिर के इतिहास में पहली बार हुआ। बता दें कि 10 से 50 साल की महिलाओं की एंट्री पर मंदिर की ओर से बैन है, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने हटा दिया था, मगर इसके बाद भी मंदिर ने यह बैन बरकरार रखा। हालांकि, बुधवार को पुलिस सूत्रों ने कहा कि 50 साल से कम उम्र की दो महिलाओं ने मंदिर में एंट्री ली है। केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने महिलाओं के दर्शन पर संतोष जताते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हुआ पालन। उन्होंने कहा कि इस बार पहले की तरह विरोध और प्रदर्शन भी नहीं हुआ।
बताया जा रहा है कि बिंदु और कनकदुर्गा नाम की दो महिलाओं ने आधी रात को मंदिर की सीढ़ियां चढ़नी शुरू की और सुबह करीब 3.45 पर भगवान के दर्शन किए। दोनों महिलाओं के साथ साधारण कपड़ों में और यूनिफॉर्म में कुछ पुलिसकर्मी थे। मंदिर में प्रवेश करने वाली दोनों महिलाओं से फिलहाल संपर्क नहीं हो पाया है।
गौरतलब है कि सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के मामले पर सुनवाई के लिए 5 जजों की बेंच बनाई गई थी। इसमें एक महिला जज इंदु मल्होत्रा थीं। इस मामले फैसला 4-1 से फैसला आया था जिसमें कहा गया था कि किसी भी उम्र की महिला को मंदिर में प्रवेश से रोका नहीं जा सकता जबकि पीठ में शामिल एकमात्र महिला जज इंदु मल्होत्रा ने इसका विरोध किया था।