तिरुवनन्तपुरम: लैंगिक समानता और समान मूल्यों को बनाए रखने के लिए राज्य द्वारा प्रायोजित ‘वीमेन वॉल‘ अभियान में विभिन्न वर्गों की लाखों महिलाएं हिस्सा लेंगी। इस दौरान उत्तरी सिरे कासरगोड से दक्षिणी छोर तक महिलाओं की करीब 620 किलोमीटर लंबी एक श्रृंखला (चैन) बनाई जाएगी। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलाजा इसका नेतृत्व करेंगी और माकपा की वरिष्ठ नेता वृंदा करात इस श्रृंखला में आखिरी महिला होंगी। माकपा-एलडीएफ नेतृत्व वाली सरकार के उच्चतम न्यायालय द्वारा अयप्पा मंदिर में महिलाओं के प्रवेश की अनुमति देने के फैसले के बाद शुरू हुए विरोध प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में ‘वीमेन वॉल’ अभियान का आयोजन किया जा रहा है।
गौरतलब है कि तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने 4:1 के बहुमत के फैसले से सभी आयु वर्ग की महिलाओं को सबरीमला स्थित अयप्पा स्वामी मंदिर में प्रवेश की अनुमति दे दी थी। संविधान पीठ के इस फैसले के बाद से ही सबरीमला में जबर्दस्त विरोध हो रहा है। इस फैसले से पहले इस मंदिर में दस से 50 वर्ष की आयु की महिलाओं का प्रवेश वर्जित था। देवास्वोम मंत्री कडकमपल्ली सुरेन्द्रन ने पत्रकारों से मंगलवार को कहा कि सरकारी कमर्चारी भी इस अभियान में हिस्सा लेंगे।
सुरेन्द्रन ने कहा, ‘‘इस पहल में सरकारी कर्मचारी भी हिस्सा लेंगे। राज्य में यातायात संबंधी समस्याओं से निपटने के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं।’’ एलडीएफ को 30 लाख से अधिक महिलाओं के इसमें हिस्सा लेने की उम्मीद है। कुछ जिलों में स्कूलों को दिन में छुट्टी भी दी गई है। वहीं विश्वविद्यालयों में मंगलवार को होने वाली परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। ‘वीमेन वॉल‘ की तैयारी के लिए लोग मंगलवार दोपहर साढे़ तीन बजे निर्दिष्ट केन्द्रों पर एकत्रित होंगे। श्रृंखला (चैन) का निर्माण शाम चार बजे से चार बजकर 15 मिनट के बीच किया जाएगा। इस दौरान इसमें भाग लेने वाले लोग लैंगिक समानता और समान मूल्यों को बनाए रखने का संकल्प लेंगे।