कोझिकोड (केरल): केरल में सबरीमाला मामले को लेकर लगातार जारी हिंसा के बीच कोझिकोड जिले में मंगलवार तड़के माकपा और भाजपा कार्यतकर्ताओं के घरों पर देशी बम फेंके गए। पुलिस ने बताया कि कोयिलान्डी इलाके में पहला बम माकपा के समिति सदस्य शिजू के घर पर फेंका गया। इसके बाद भाजपा नेता वी के मुकुंदन के घर पर देशी बम फेंका गया। हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। कोयिलान्डी में सोमवार को भी एक भाजपा कार्यकर्ता के घर पर देशी बम फेंका गया था। वहीं कन्नूर से 18 देशी बम बरामद किए गए थे।
गौरतलब है कि काले परिधान पहने और चेहरों को ढकी दो रजस्वला महिलाओं कनकदुर्गा (44) और बिंदू (42) ने गत बुधवार तड़के तीन बजकर 38 मिनट पर मंदिर में प्रवेश किया। इससे एक ही दिन पहले केरल में राष्ट्रीय राजमार्गों पर करीब 35 लाख महिलाएं लैंगिक समानता बरकरार रखने की सरकारी पहल के तहत कासरगोड के उत्तरी छोर से तिरूवनंतपुरम के दक्षिणी छोर तक 620 किलोमीटर की मानव श्रृंखला बनाने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हुईं थीं।
महिलाओं के मंदिर में प्रवेश की खबर आग की तरह फैल गई और कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए। हिंदू दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने राजमार्गों को बाधित किया जिसके कारण दुकानें एवं बाजार बंद करने पड़े। पुलिस ने कहा कि कई स्थानों पर सत्तारूढ माकपा के कार्यालयों में तोड़फोड़ की गई जिससे तनाव पैदा हो गया। पथनमतित्ता जिले के कोन्नी और कोझेनचेरी में सरकारी केएसआरटीसी बसों को नुकसान पहुंचाया गया। मंदिर इसी जिले में स्थित है। पूरे राज्य में मंदिरों से जुड़े देवस्वोम बोर्ड के कार्यालयों को बंद कर दिया गया।
पुलिस के अनुसार इस सिलसिले में पिछले कुछ दिनों में हुई हिंसा में 2,187 मामले दर्ज किए गए हैं और 6,914 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हिंसा में कई पुलिसकर्मी घायल हो गये। अधिकारियों ने कहा कि सचिवालय के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं ने मीडियाकर्मियों पर भी हमला किया।
महिलाओं के मंदिर में प्रवेश करने की तस्वीरें दिखने के कुछ ही समय बाद मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने घोषणा की कि महिलाओं ने मंदिर में वास्तव में पूजा अर्चना की। विजयन की एलडीएफ सरकार न्यायालय के फैसले को लागू करने के अपने निश्चय के कारण भगवान अयप्पा के कट्टर श्रद्धालुओं के विरोध का सामना कर रही है।