नई दिल्ली: आरएसएस और उसके सहयोगी संगठनों के पदाधिकारियों के जासूसी मामले में फजीहत के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव और डीजीपी को तलब किया है। मुख्यमंत्री आवास पहुंचे मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ सीएम नीतीश ने बंद कमरे में बातचीत की है। इस मीटिंग में सीआईडी के एडीजी विनय कुमार भी मौजूद रहे।
संघ और उसके संगठनों के पदाधिकारियों के बारे में डिटेल्स इकट्ठा करने को लेकर स्पेशल ब्रांच के एसपी ने जो आदेश जारी किया था उस पर मुख्यमंत्री ने डीजीपी और मुख्य सचिव से बातचीत की है। हालांकि बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है लेकिन यह तय माना जा रहा है कि राज्य सरकार जल्द ही इस मामले में कार्रवाई करने वाली है। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शाम में सुपर 30 मूवी देखने के लिए सिनेमा हॉल जाना था लेकिन आरएसएस विवाद के बाद उनका कार्यक्रम बदल गया। वे अधिकारियों के साथ मीटिंग करने लगे।
आपको बता दें कि बिहार पुलिस की विशेष शाखा की ओर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पदाधिकारियों के बारे में विवरण एकत्र करने से संबंधित निर्देश को लेकर पूर्व में जारी एक पत्र के बारे में जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल होने पर बुधवार को राज्य में राजनीतिक बवंडर पैदा हो गया।
बिहार पुलिस की विशेष शाखा के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक द्वारा बीते 28 मई को लिखे गए पत्र में आरएसएस और उसके 19 सहयोगी संगठनों के जिला स्तर के पदाधिकारियों के नाम, पता, टेलीफोन नंबर और व्यवसाय को लेकर एक रिपोर्ट मांगी गई थी और प्राप्तकर्ताओं को अपनी रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर जमा करने के लिए कहा गया था।