बेंगलुरु: दत्तात्रेय होसबले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के नए सरकार्यवाह चुने गए हैं। बेंगलुरु के चेन्नहल्ली स्थित जनसेवा विद्या केंद्र में चल रहे प्रतिनिधि सभा की बैठक के दूसरे दिन शनिवार को नए सरकार्यवाह का चुनाव किया गया। संघ की प्रतिनिधि सभा ने सर्वसम्मति से अगले तीन वर्षों के लिए दत्तात्रेय को सरकार्यवाह चुन लिया। उससे पहले वे सह सरकार्यवाह का दायित्व संभाल रहे थे। बता दें कि संघ में सबसे बड़ा कार्यकारी पद सरकार्यवाह का ही है। होसबोले कर्नाटक के शिमोगा से हैं।
इससे पहले एक दशक से ज्यादा वक्त से भैयाजी जोशी सरकार्यवाह थे। हालांकि 2018 के चुनाव में भैयाजी ने सरकार्यवाह के दायित्व से मुक्त करने का आग्रह किया था, लेकिन उनके नेतृत्व में संघ के बढ़ते कामों को देखते हुए संघ ने उन्हें फिर से यह दायित्व देने का निर्णय लिया था।
आपको बता दें कि आरएसएस के सरकार्यवाह का कार्यकाल तीन साल का होता है। भैयाजी जोशी पिछले चार बार से इस पद पर चुने जाते रहे हैं। दरअसल, आरएसएस में सबसे महत्वपूर्ण पद सरसंघचालक का होता है। वर्तमान में मोहन भागवत इस पद पर आसीन हैं। संगठन के अंतिम निर्णय सरसंघचालक ही करता है, लेकिन यह एक तरीके से मार्गदर्शक का पद होता है। सरसंघचालक अपना उत्तराधिकारी स्वयं चुनता है। संगठन के नियमित कार्यों के संचालन की जिम्मेदारी सरकार्यवाह की होती है और इसे महासचिव के तौर पर भी समझा जा सकता है।