विदेशी मीडिया में राष्ट्रीय स्वयं संगठन (आरएसएस) की छवि हमेशा से एक हिंदू संगठन के रूप में रही है। इसी नजरिए को बदलने के लिए आरएसएस ने आज एक खास पहल की। इसके तहत आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने दिल्ली में 30 से अधिक देशों के प्रतिष्ठित पत्रकारों से बातचीत की। यहां संगठन के संबंध में विदेशी प्रेस की गलतफहमी को दूर करने की कोशिश भी की गई। दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में हुई इस चर्चा में 50 से अधिक मीडिया संगठनों के 80 से अधिक पत्रकारों ने शिरकत की।
आरएसएस प्रवक्ता के अनुसार आज का कार्यक्रम एक सतत चलने वाली प्रक्रिया का हिस्सा था, जिसके अन्तर्गत सरसंघचालक समाज के विभिन्न वर्गों से निरंतर रचनात्मक संवाद करते हैं। यह संवाद लगभग ढाई घंटे चला। इसमें मोहन भागवत ने विदेशी मीडिया प्रतिनिधियों के साथ संघ के दृष्टिकोण एवं कार्य की जानकारी दी। इसके बाद विदेशी पत्रकारों ने भी संघ प्रमुख से विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह माननीय सुरेश (भय्याजी) जोशी, सह सरकार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य, डॉ. कृष्णगोपाल, उत्तर क्षेत्र संघचालक डॉ. बजरंगलाल गुप्त और दिल्ली प्रांत संघचालक कुलभूषण आहूजा भी उपस्थित थे।