नयी दिल्ली: आईसीआईसीआई बैंक के नेतृत्व में 31 बैंकों के समूह द्वारा फरार हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की कंपनियों को 5280 करोड़ रुपये का लोन केन्द्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के जांच के दायरे में आया है। CBI ने फरार हीरा कारोबारी नीरव मोदी और चौकसी की कंपनियों को लोन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाओं के तीन अधिकारियों से पूछताछ की। इन शाखाओं ने मुंबई में पंजाब नेशनल बैंक की ब्रैडी हाउस शाखा के गारंटी पत्रों के आधार पर कंपनियों को लोन सुविधा दी गई थी।
CBI द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जनवरी में दो अरब डालर का घोटाला सार्वजनिक हुआ था लेकिन तब तक दोनों कारोबारी परिवार के साथ भारत छोड़कर जा चुके थे। अधिकारियों ने आज कहा कि बहरीन में केनरा बैंक की शाखा के प्रबंधक सहित दो अधिकारियों और बेल्जियम के एंटवर्प में बैंक आफ इंडिया की शाखा के एक अधिकारी से मुंबई में सीबीआई टीम ने पूछताछ की।
इस बीच, एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि उनका मुख्य ध्यान धोखे वाले गारंटी पत्र पर है लेकिन उसकी जांच के बाद के चरण में 2016 में चोकसी की कंपनियों को 5280 करोड़ रुपये के लोन पर भी गौर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में नई प्राथमिकी दर्ज होगी या वर्तमान प्राथमिकी का दायरा बढाया जाएगा, इस बारे में इस मामले में आगे की कार्यवाही से पहले फैसला किया जाएगा।