नई दिल्ली: देश में अब तक का सबसे बड़े बैंक घोटाला सामने आया है। डायमंड किंग निरव मोदी और जूलरी किंग मेहुल चौकसी पर देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक PNB के 11400 करोड़ रुपए डकारने का आरोप लगा है। घोटाला सामने आने के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने कार्रवाई शुरू कर दी है। ईडी ने दिल्ली से मुंबई तक निरव मोदी के 9 ठिकानों पर छापेमारी की है। वहीं निरव मोदी के देश छोड़कर भागने की खबर है। खास बात है कि निरव मोदी और मेहुल चौकसी रिश्ते में मामा-भांजे हैं और इन दोनों मामा-भांजे पर पीएनबी के कर्मचारियों के साथ मिलकर देश को 11 हजार 400 करोड़ रुपए का चूना लगाने का आरोप लगा है।
पीएनबी की इंटरनल कमिटी के साथ-साथ अब सीबीआई और ईडी भी इस पूरे मामले की जांच में जुटी है। बता दें कि नीरव मोदी और उसके साथियों ने अपनी तीन कंपनियों डायमंड आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट और स्टैलर डायमंड के जरिए ये पूरा जाल बुना। इन तीनों कंपनियों के नाम पर इन्होंने पीएनबी से कहा कि उन्हें हांगकांग से सामान मंगाना है। सामान मंगाने के लिए उन्होंने पीएनबी से एलओयू जारी करने की मांग की और इसके बाद ही ये पूरा घोटाला सामने आया। इसी घोटाले के सामने आने के बाद देशभर में निरव मोदी से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। (कौन है पंजाब नैशनल बैंक में महाघोटाले का मास्टरमाइंड नीरव मोदी?)
कैसे किया गया घोटाला?
-पीएनबी घोटाले को नीरव मोदी और मेहुल चौकसी ने मिलकर अंजाम दिया
-पीएनबी के अफसरों की मिलीभगत से घोटाले को अंजाम दिया गया
-PNB के ब्रैंडी हाउस ब्रांच में 11 हजार करोड़ से ज्यादा का घोटाला हुआ
-PNB के कुछ अफसरों ने दोनों की कंपनियों को बिना गिरवी रखे LOU दी
-LOU पर नीरव मोदी, मेहुल चौकसी ने दूसरे बैंकों से विदेश में कर्ज ले लिया
-यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक, एक्सिस बैंक से कर्ज ले लिया
-साल 2011 से 10 हजार करोड़ से ज्यादा के ट्रांजेक्शन के रिकार्ड भी नहीं हैं
-रकम को बाहर भेजने के लिए बैंक अफसरों ने 'स्विफ्ट' का इस्तेमाल किया
-जनवरी में LOU की अवधि खत्म होने पर बैंकों को कर्ज की रकम नहीं मिली
-बैंकों ने पीएनबी से संपर्क किया, जांच में LOU में फर्जीवाड़े का पता चला
घोटाले पर पीएनबी का बयान
"पीएनबी बैंक ने मुंबई में अपनी एक ब्रांच में कुछ जाली और अनधिकृत ट्रांजैक्शंस पकड़ी है। इससे कुछ चुनिंदा एकाउंट होल्डर्स को फायदा हुआ है और ऐसा लगता है कि इस धोखाधड़ी में वे भी शामिल हैं। ऐसा लगता है कि इन लेन-देन के आधार पर दूसरे बैंकों ने विदेश में इन ग्राहकों को उधार रकम दी थी। इससे बैंक की देनदारी बनने को लेकर फैसला कानून और संबंधित लेन-देन की वास्तविकता के आधार पर होगा।"
कौन है नीरव मोदी?
नीरव मोदी की गिनती देश ही नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे अमीर व्यवसायी में होती है। वे पहले ऐसे कारोबारी हैं जिनका नाम ही उनका ब्रांडनेम बन गया है। वे फ़ायरस्टार डायमंड के संस्थापक हैं और उनके ग्राहकों में दुनिया के बड़े बिजनेसमैन से लेकर सेलेब्रिटी और राज घरानों के लोग शामिल हैं। नीरव मोदी की फैमिली डायमंड का ही बिजनेस करती थी। बचपन से ही वे अपने पिता के साथ डायमंड कटिंग से लेकर हर तरह के डिजाइनिंग हुनर को बारीकी से समझते थे और समय के साथ वे दुनिया के सबसे मशहूर ज्वेलरी डिज़ाइनर बन गए।