भोपाल. केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के आरक्षक इंदर सिंह यादव के सराहनीय कार्य की प्रशंसा करते हुए उन्हें नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। लॉकडाउन के दौरान यादव ने भोपाल स्टेशन पर चलती गाड़ी के पीछे दौड़ लगाकर चार माह के एक बच्चे के लिए दूध का पहुंचाया था।
रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि दंपति शरीफ हाशमी और हसीन हाशमी अपने चार माह के बच्चे के साथ एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन में बेलगाम से गोरखपुर की यात्रा कर रहे थे। उनका बच्चा भूख से रो रहा था और हाशमी दंपत्ति को पिछले स्टेशनों पर बच्चे के लिए दूध नहीं मिल पाया। इसपर उन्होंने 31 मई को भोपाल स्टेशन पर तैनात आरक्षक यादव से मदद मांगी।
प्रवक्ता ने बताया कि इसपर आरपीएफ आरक्षक दौड़ लगाकर स्टेशन के बाहर एक दुकान से दूध का पैकेट लेकर पहुंचा, लेकिन इधर ट्रेन प्लेटफॉर्म पर चलने लगी थी। इसपर यादव ने चलती ट्रेन के पीछे दौड़ लगाकर ट्रेन में सवार भूखे बच्चे की मां को दूध का पैकेट प्रदान किया। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसमें यादव दंपति को दूध का पैकेट पहुंचाने के लिए चलती ट्रेन के पीछे दौड़ते दिखते हैं।
यादव ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘31 मई को मैं भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर तैनात था। जब ट्रेन आई तो एक महिला ने मुझे अपनी परेशानी बताई। मैं तुरंत दुकान से दूध का पैकेट लेने के लिए प्लेटफॉर्म के बाहर भागा। ट्रेन को केवल 10 मिनट रुकना था और मेरी दौड़ने की क्षमता ने मुझे इस मानवीय कार्य को पूरा करने में मदद की।’’
उन्होंने कहा, ‘‘दूध लेकर जब मैं वापस प्लेटफॉर्म पर आया तो ट्रेन ने गति पकड़ ली थी, लेकिन अपने पूरे दम से दौड़ लगाकर मैंने उसका पीछा किया और ट्रेन में सवार महिला को दूध का पैकेट पहुंचाया।’’ यादव ने रेल मंत्री द्वारा नकद पुरस्कार देने की घोषणा किए जाने के बारे में पूछ जाने पर कहा कि उन्हें फिलहाल इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन बाद में पता चल जाएगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर आरपीएफ जवान की तारीफ की है और नकद पुरस्कार देने की भी घोषणा की है।