नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने शुक्रवार को भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या की तारीफ करते हुए उन्हें अपने व्यवहार में बदलाव की सलाह दी तो सोशल मीडिया में विवाद खड़ा हो गया, जिसके बाद थरूर ने कहा कि वह सूर्या के व्यवहार को लेकर कोई नरमी नहीं दिखा रहे थे। दरअसल, सूर्या ने पिछले दिनों बेंगलुरू में कोविड मरीजों के लिए बेड की बुकिंग में कथित घोटाले का मुद्दा उठाया था और कुछ मुस्लिम कर्मचारियों पर कथित तौर पर इसका आरोप लगाया था, जिसके बाद विवाद हो गया था।
थरूर ने इसी मुद्दे को लेकर ट्वीट किया, ‘‘मेरे नौजवान साथी तेजस्वी सूर्या स्मार्ट, लगनशील और प्रतिभावान हैं। लेकिन मैं उनसे कहूंगा कि इस तरह के व्यवहार से बचें।’’ तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सदस्य ने कहा, ‘‘मानवता सांप्रदायिक राजनीति से ऊपर होती है। जब जीवन दांव पर हो तो एकजुटता सभी राजनीतिक और धार्मिक नजरिए से ऊपर होनी चाहिए।’’
इसके बाद ट्विटर पर कई लोग कांग्रेस नेता की आलोचना करने लगे। आलोचना संबंधी एक ट्वीट का जवाब देते हुए थरूर ने कहा, ‘‘मैं आशा करता हूं कि हमारे नौजवान नेता अपनी प्रतिभा और ऊर्जा का इस्तेमाल ज्यादा रचनात्मक ढंग से और विभाजनकारी राजनीति से इतर करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अपने लोकसभा के एक साथी के लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल किया उनसे निश्चित तौर पर बहुत सारे लोग परेशान हुए। मैं उनके (सूर्या) हालिया कदमों को खारिज करता हूं।’’