नयी दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि रोहिंग्या समुदाय के लोग अवैध आव्रजक हैं और वे भारत में शरण के लिए आवेदन करने वाले शरणार्थी नहीं हैं। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग एनएचआरसी द्वारा आयोजित एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि जब म्यामां रोहिंग्या लोगों को वापस लेने के लिए तैयार है तो कुछ लोग क्यों उन्हें वापस भेजे जाने पर आपत्ति जता रहे हैं। उन्होंने कहा, रोहिंग्या शरणार्थी नहीं हैं। वे उचित प्रक्रिया का पालन करने के बाद यहां नहीं आए। किसी भी रोहिंग्या ने शरण के लिए आवेदन नहीं किया। वे अवैध आव्रजक हैं। ये भी पढ़ें: ‘तीन दिन बाद यानी 23 सितम्बर को धरती से टकराएगा ग्रह, वो होगा विनाश का दिन’
गृहमंत्री ने यह भी कहा कि भारत रोहिंग्या समुदाय के लोगों को प्रत्यर्पित कर किसी भी अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन नहीं करेगा क्योंकि उसने संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी संधि 1951 पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। एनएचआरसी ने भारत के विभिन्न हिस्सों में रह रहे रोहिंग्या लोगों को प्रत्यर्पित करने की योजना को लेकर केंद्र को हाल में नोटिस भेजा था। आयोग के अनुसार, मानवाधिकारों की दृष्टि से मामले में उसका हस्तक्षेप उचित है।
वहीं कोलकाता में सैकड़ों लोगों के एक जलसे में एक मौलाना ने तो रोहिंग्या मुसलमानों की खातिर सरकार को ही धमकी दे डाली। बता दें कि रोहिंग्या मुसलमानो के नाम पर पाकिस्तान के आतंकी संगठन जिहाद की धमकी दे रहे हैं और मोदी व भारत से बदला लेने के लिए 1 लाख जिहादियों की फ़ौज तैयार कर रहे हैं। पाकिस्तान में सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल ने तो पीएम मोदी और सू kr को चैलेंज कर डाला और कह दिया कि एक लाख आतंकी भेजेंगे रोहिंग्या मुसलमानों की रक्षा के लिए।
कोलकाता की रैली में एक मौलाना की सरकार को खुली धमकी
अब पाकिस्तान जैसी ही आवाज़ यहा हिंदुस्तान से भी उठ रही है और मज़हब का वास्ता देकर रोहिंग्या मुसलमानों के लिए खूनखराबे की बात सरेआम कही जा रही है। मौलाना शब्बीर अली ने कहा, इंशाअल्लाह...इंशाअल्लाह...सुनो...सुनो हमारा ये मेमोरेंडम है दिल्ली की सरकार से कि ये रोहिंग्या...ये हमारे भाई हैं। ये मुसलमान हैं...जो इनका कुरान...वो मेरा कुरान, जो इनके रसूल वो मेरे रसूल, जो इनका खुदा वो मेरे खुदा। ये मत समझना कि हिंदुस्तान के मुसलमानों से रोहिंग्या मुसलमान अलग है। दुनिया में मुसलमान कहीं भी हों..हम सब आपस में भाई हैं...सारे मुसलमान आपस में भाई हैं।
और सुनो...ये बंगाल है बंगाल...ये बंगाल है मत समझो कि वो लावारिस हैं और उन्हें तुम बंगाल से निकाल दोगे.... सुनो...ये असम नहीं...ये गुजरात नहीं ये यूपी नहीं...ये मुजफ्फरनगर नहीं...
‘हम हुसैनी मुसलमान हैं, हम 72 भी होते हैं तो लाखों का जनाजा निकाल देते हैं’
मौलाना ने आगे कहा, मुसलमान माइनॉरिटी में है, मुसलमान कम तादाद में है तो क्या मुसलमान कमजोर है। आप हमारी हिस्ट्री नहीं जानते, आप हमारी तारीख़ नहीं जानते अरे हम कर्बला वाले हैं...हम हुसैनी मुसलमान हैं... हम 72 भी होते हैं तो लाखों का जनाजा निकाल देते हैं।