नई दिल्ली: आज पाकिस्तान से सबसे बड़ा सबूत सामने आया हैं जिससे साफ होगा कि सरकार ने रोहिंग्या मुसलमानों को भारत में शरण देने से इंकार क्यों किया। सरकार ने अदालत में क्यों कहा कि रोहिंग्या मुसलमानों को शरण देने से देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। दहशतगर्द रोहिंग्या मुसलमानों की हालत का फायदा उठाकर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दे सकते हैं। इन सबका जवाब उस सबूत से मिल जाएगा जिसकी वजह से सरकार को ये स्टैंड लेना पड़ा।
पाकिस्तान में रोहिंग्या मुसलमानों के सपोर्ट में जलसा
असल में म्यांमार में हो रही हिंसा की आड़ में पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों में नए आतंकवादियों की भर्ती शुरू कर दी है। अब म्यामांर के रोहिंग्या मुसलमानों की मदद के लिए फंड़ जुटाए जा रहे हैं और बड़े-बड़े जलसे हो रहे हैं। पाकिस्तान के बड़े सुन्नी लीडर मुहम्मद अशरफ आसिफ जलाली ने हाथ में तलवार उठाकर भारत और म्यामांर की सरकार को धमकी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सांग सू ची का नाम लेकर कहा कि अब रोहिंग्या मुसलमानों के लिए जेहाद होगा।
‘एक लाख जिहादियों के नाम पाकिस्तानी फौज को देंगे’
मुहम्मद अशरफ आसिफ जलाली ने इसके बाद साफ-साफ कहा कि वो एक लाख आतंकवादियों की भर्ती करेगा। जलाली ने कहा, ‘एक लाख जिहादियों के नाम पाकिस्तानी फौज को देंगे...जनरल बाजवा को देंगे... जो रोहिंग्या मुसलमानों के लिए जान देने को तैयार रहेंगे’
पाकिस्तान में तलवार उठाकर सरकार को ललकारा
इसके बाद तलवार उठाकर बदला लेने की कसम ली गई। सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल के लीडर मुहम्मद अशरफ आसिफ जलाली ने सैकड़ों लोगों से नारे लगवाए और कहा कि हम बर्मा का बदला लेंगे।