नई दिल्ली: बेनामी सम्पत्ति मामले में राबर्ट वाड्रा से एजेंसी द्वारा फिर पूछताछ की जा रही है। इसे लेकर गुरुवार को वाड्रा ने इंडिया टीवी से खास बातचीत की। उन्होनें कहा कि मैं इस समस्या को आठ साल से झेल रहा हूं। मैं एजेंसी के सभी सवालों का जवाब दे रहा हूं और आगे भी दूंगा। उन्होनें कहा कि मैं राजनीतिक परिवार से आता हूं इसलिए ये सब हो रहा है। वाड्रा ने राजनीति में आने के सवाल पर कहा कि मैनें 20-30 सालों में बहुत कुछ सीखा है। मैने कम्पेन भी किया है। हां भी कुछ समय में राजनीति में आ सकता हूं लेकिन अपनी मेहनत से आऊंगा। उन्होनें आगे कहा कि मैं राजनीति में तब आऊंगा जब लोगों को लगेगा कि मैं सेवा कर सकता हूं।
मैं जांच में हमेशा सहयोग करता हूं- वाड्रा
राबर्ट वाड्रा ने ईडी की पूछताछ के संबंध में कहा कि मैं जांच में हमेशा सहयोग करता हूं। वो जितने भी आरोप लगाते है हम उनका एविडेंस के साथ जवाब देते है। उन्होनें कहा कि मैं एजेंसियों का आठ साल से जवाब देता आ रहा हूं। सभी सवालों के जवाब मेरी तरफ से दिए गए है। सभी डाक्यूमेंटस ईडी के पास है। फिर भी सवाल पूछते है लेकिन आगे भी जब सवाल जवाब के लिए बोलेंगे मैं उपस्थित रहूंगा।
राहुल या प्रियंका कौन बने कांग्रेस अध्यक्ष?
राहुल गांधी क्या फिर दौबारा से कांग्रेस अध्यक्ष बनेंगे इस सवाल पर वाड्रा ने कहा कि अगर राहुल गांधी को मौका मिलता है तो उनमें बहुत क्षमता और अनुभव है। वह इस देश में जरूर प्रगति ला सकते है। तो उनको जरुर पार्टी का अध्यक्ष बनना चाहिए। उन्होनें कहा कि इसपर राहुल और कांग्रेस पार्टी ही फैसला लेंगे। इसके अलावा जब उनसे पूछा गया कि कुछ लोगों को यह भी लगता है कि राहुल इतने इफेक्टिव नही है। ऐसे में प्रियंका गांधी को अध्यक्ष बना दिया जाए तो इसपर वाड्रा ने कहा कि यह पार्टी के उपर है। जो पार्टी चाहेगी वही होगा हम इसपर फैसला नही करते है।
सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग के चंडीगढ़ जांच इकाई का एक दल मंगलवार को करीब तीन बजे वाड्रा के सुखदेव विहार स्थित कार्यालय पहुंचा था और वहां से शाम छह बजे के बाद निकला था। आयकर विभाग के दल की ओर से बेनामी संपत्ति लेनदेन (निषेध) कानून के प्रावधानों के तहत सोमवार को भी करीब आठ घंटों तक वाड्रा से पूछताछ की गई थी और उनका बयान दर्ज किया गया था।सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान के बीकानेर में वाद्रा से संबंधित एक कंपनी द्वारा कुछ भूखंड खरीदे जाने के संदर्भ में पूछताछ की गई। इसी मामले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 2015 में धनशोधन का मामला दर्ज किया था। प्रवर्तन निदेशालय अतीत में इसको लेकर वाद्रा से पूछताछ कर चुका है और उसने 2019 में उनकी कंपनी 'स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड की 4.62 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी।