नई दिल्ली | भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के नए एयर चीफ मार्शल के तौर पर कार्यभार संभालने के तुरंत बाद आर.के.एस. भदौरिया ने यहां सोमवार को कहा कि भारत किसी भी तरह के बाहरी खतरे से निपटने के लिए तैयार है। भविष्य में बालाकोट स्ट्राइक जैसे हमले की संभावना के बाबात पूछे जाने पर भदौरिया ने बताया, "हम तब भी तैयार थे, हम अब और भी तैयार हैं। हम किसी तरह की चुनौती और खतरे से निपटने के साथ ही किसी भी तरह के मिशन को पूरा करने में सक्षम हैं।"
एयर चीफ मार्शल ने परिचालन क्षमता बढ़ाने और अपनी पहली प्राथमिकता के रूप में वायुसेना को आधुनिक बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "मेरी पहली प्राथमिकता भारतीय वायुसेना की परिचालन क्षमता को बढ़ाना है। वायुसेना के आधुनिकीकरण की चल रही प्रक्रिया में प्रगति होनी चाहिए। बजट की बाधाएं हैं। हमें बजट की बाधाओं को ध्यान में रखते हुए किफायती रहने की भी जरूरत है। हमें स्वदेशी क्षमताओं और तकनीकों पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। हम अपने मौजूदा बेड़े के स्वदेशीकरण पर ध्यान केंद्रित करेंगे।"
भदौरिया ने फ्रांस की प्रमुख विमानन कंपनी दसॉ से 36 राफेल लड़ाकू विमान हासिल करने के लिए हुए समझौते पर हस्ताक्षर करने से पहले आधिकारिक वार्ता में भी भारत की ओर से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
नए वायुसेना अध्यक्ष ने कहा, "राफेल बेहद क्षमतावान लड़ाकू विमान है और हमारी सैन्य क्षमता के लिए यह गेम चेंजर साबित होगा। इससे हमारी परिचालन क्षमता भी काफी बढ़ेगी।"
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा भारत को दी गई परमाणु युद्ध के खतरे की 'गीदड़भभकी' के बारे में पूछे जाने पर भदौरिया ने दोहराया कि भारत किसी भी तरह की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, "परमाणु पहलुओं के बारे में उनकी अपनी समझ है और हमारी अपनी समझ व विश्लेषण है। हम किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहेंगे।"