रांची: पूरी दुनिया और देश में योग को बढ़ाने में महती भूमिका निभाने के लिए सरकार ने चार संस्थाओं एवं व्यक्तियों को 25-25 लाख रुपये का प्रधानमंत्री पुरस्कार देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री ने इन लोगों को बधाई दी और उनके प्रयासों को सराहा।
केन्द्रीय आयुष राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक ने यहां घोषणा की कि ‘व्यक्तिगत वर्ग’ में भारत में योग के प्रचार प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए गुजरात के स्वामी राजर्षि मुनि एवं ‘अंतरराष्ट्रीय स्तर’ पर योग को प्रतिष्ठित करने के लिए इटली की नागरिक एंटोइनेट्टा रोजी को इस वर्ष का प्रधानमंत्री योग पुरस्कार दिया जायेगा।
इसी प्रकार ‘संस्थागत वर्ग’ में देश में योग के प्रचार प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए बिहार में मुंगेर के बिहार योग विद्यालय (बिहार स्कूल ऑफ योग) तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग को प्रतिष्ठित करने में भूमिका के लिए जापान के योग निकेतन को यह पुरस्कार दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने आज शुक्रवार को यहां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य आयोजन में इन सभी को बधाई देते हुए कहा, ‘‘साथियों, आज के इस अवसर पर योग के विकास एवं उन्नयन के लिए प्रधानमंत्री के पुरस्कार के लिए इस वर्ष जिन लोगों एवं संस्थाओं के नाम की घोषणा हमारे मंत्री श्री ने की है उसका निर्णय एक ज्यूरी ने किया है और पूरी दुनिया में मशक्कत करके इन लोगों को खोजा गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जिन साथियों को ये पुरस्कार मिला है, मैं उनकी तपस्या और योग के प्रति उनके समर्पण की सराहना करता हूं।’’
उन्होंने कहा कि इनके प्रयासों का परिणाम है कि आज हम ये कह सकते हैं कि भारत में योग के प्रति जागरुकता हर कोने तक, हर वर्ग तक पहुंची है- ड्राइंगरूम से बोर्डरूम तक, शहरों के पार्क से स्पोट्र्स कांप्लेक्स तक, गली-कूचों से वेलनेस सेंटर्स तक आज चारों तरफ योग का अनुभव किया जा सकता है।