भिलाई। कोविड महामारी के बीच कुछ ऐसे इनोवेशंस भी हो रहे हैं, जो मील का पत्थर साबित हो सकते हैं। भिलाई में बीएसपी (Bhilai Steel Plant) से सेवानिवृत्त कर्मियों ने लो वोल्टेज रोबोट डिजाइन किया है, जो अस्पताल में भर्ती मरीजों के ट्रीट मेंट में मदद करेगा। खास बात ये है कि डॉक्टर की अनुपस्थिती में भी मरीज की पूरी जानकारी डॉक्टर के पास पहुंचेगी। मरीज को डॉक्टर हर वक्त मॉनिटर कर सकता है। रिमोट से चलने वाले इस यंत्र की खासियत ये भी है कि इसे 360 डिग्री पर घुमाया जा सकता है और इसमें लगे कैमरे की वजह से चारों तरफ देखा जा सकता है।
कैमरे में नाइट डिवीजन भी शामिल किया है ताकि रात को कैमरे से सब कुछ आसानी से दिखाई दे सके। इतना ही नहीं जरूरी नहीं कि डॉक्टर मरीज के पास जाए, मरीज अपने डॉक्टर से आसानी से इस कैमरे के जरिए बात कर सकता है।
बेहद खास है ये कोविड एक्सप्रेस
डीसी लो वोल्टेज में डिजाइन किया हुआ ये कोविड एक्सप्रेस उस जगह पर सबसे सफल माना जाता है जहां किसी डॉक्टर या अन्य को खुद को बचाने के लिये पीपीई किट पहन कर जाना पड़े या ऐसी जगह जहां संक्रमण बहुत है और वहां जाना खतरे से खाली नहीं है। ऐसी जगह ये कोविड एक्सप्रेस आासानी से काम कर सकता है। शेखर भट्टाचार्या के निर्देश में इस कोविड एक्सप्रेस को बनाने के लिये 5 लोगों की टीम तैयार की गयी, जिसमें जी बी पांडे, टीपी वर्मा, मनीष गोस्वामी, बी मोहन कुमार व पीसीके साहू शामिल हैं।
शेखर भट्टाचार्या ने बताया कि इसको बेहद ही सुरक्षित तरीके से बनाया गया है ताकि किसी तरह का शॉर्ट सर्किट न हो, इसका डिजाइन खास तौर पर इसलिये भी इस तरह का बनाया गया है ताकि रिमोट से चलाकर 4 से 5 किलो तक का समान आसानी से मरीज तक पहुंचाया जा सकता है। बेहद सस्ता और सुरक्षित ये कोविड एक्सप्रेस उन अस्पतालों में सबसे किफायती साबित हो सकता है जहां एक ही वार्ड में कई संक्रमित मरीज भर्ती हैं और उनको दवा पहुंचाने या हाल देखने के लिए कई स्टाफ लगाए जाते हैं। ऐसे वक्त पर ये कोविड एक्सप्रेस रिमोट से संचालित हो कर दवाई से लेकर मरीज की हर जानकारी चंद मिनटों मे डॉक्टर तक पहुंचा सकता है और मरीज को डॉक्टर से कनेक्ट भी कर सकता है।