श्रीनगर। कश्मीर में शुक्रवार को प्रतिबंधों में ढील दी गई ताकि लोग स्थानीय मस्जिदों में जुम्मे की नमाज पढ़ सकें। साथ ही, किसी भी संभावित विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए पूरी घाटी में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने प्राधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि किसी भी कश्मीरी को परेशान नहीं किया जाए। इसके बाद यह कदम उठाया गया है।
अन्य अधिकारियों ने बताया कि जुम्मे की नमाज से पहले पूरी कश्मीर घाटी में सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है ताकि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के फैसले के खिलाफ संभावित विरोध प्रदर्शन नहीं हो पाएं।
उन्होंने कहा कि श्रीनगर के सिविल लाइन्स और डल झील के कुछ इलाकों में लोगों को आवाजाही की छूट देने के एक दिन बाद कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ये एहतियाती कदम उठाए गए हैं। एक सुरक्षा अधिकारी ने दिन में पहले बताया था, ‘‘जुम्मे की नमाज के लिए मस्जिदों में लोगों के एकत्र होने की संभावना है और इसलिए सामूहिक प्रदर्शनों की आशंका है जिसे ध्यान में रखते हुए आवश्यक कदम उठाए गए ताकि शांति सुनिश्चित हो सके।’’