पणजी: केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर ने कहा कि डोकलाम संकट से जिस तरह से निपटा गया वह दिखाता है कि हम अब 1960 के दशक वाला भारत नहीं रह गए हैं और जो लोग इसे लेकर सरकार की आलोचना कर रहे हैं उनके पास शासन को लेकर बौद्धिक स्तर की समझ नहीं है।
ताकत के जरिए ही शांति सुनिश्चित की जा सकती है
विदेश राज्यमंत्री ने कहा कि ताकत के जरिए ही शांति सुनिश्चित की जा सकती है क्योंकि भारत की संभवत: परीक्षा ली जा रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जो इस मुद्दे पर सरकार की आलोचना कर रहे हैं, वह साफ तौर पर बार-बार यह साबित कर रहे हैं कि उन्हें शासन व्यवस्था की कोई जानकारी, कोई समझ नहीं और कोई बौद्धिक ज्ञान नहीं है।
डोकलाम घटनाओं के सिलसिले का एक हिस्सा
राहुल गांधी ने लंदन में कहा था कि चीन के साथ डोकलाम विवाद कोई अकेला मामला नहीं था बल्कि ‘घटनाओं के सिलसिले का एक हिस्सा था और अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस प्रक्रिया को ध्यान से देख रहे होते तो भारत इसे रोक सकता था।