मंडला: नर्मदा नदी के किनारे बसे शहर मंडला ने अपने सपूत मशहूर पेंटर सैयद हैदर रज़ा की पहली बरसी पर उन्हें याद किया और उनके सम्मान में बहुत से कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। रज़ा का निधन पछले वर्ष 23 जुलाई को हुआ था।
रज़ा की विरासत को आगे बढ़ाने और उनके हुनर से लोगों को रूबरू कराने के लिए रज़ा फाउंडेशन ने पिछले सप्ताह चार दिवसीय कार्यशाला सहित कई कार्यक्रम आयोजित किए थे। मध्यप्रदेश और अन्य राज्यों से 20 से अधिक कलाकारों और शिल्पकारों ने कार्यशाला में हिस्सा लिया। विविध पृष्ठभूमि और संस्कृति से आने वाले कलाकारों का उत्साह देखने लायक था। ऐसे ही एक कलाकार अरिहंत जैन (23) ने कहा, कौन विश्वास करेगा कि रज़ा एक छोटे शहर से थे हालांकि वह थे लेकिन ज्यादा से ज्यादा सीखने की चाह में वह फ्रांस चले गए।
जैन ने कहा कि अंत तक वह अपनी पेंटिंग में नए नए प्रयोग करते रहे। मेरा मानना है कि वह उन लोगों के लिए प्रेरणा हैं जो अपनी भावनाओं को कैनवास पर उतारना चाहते हैं।
कार्यशाला में आए कलाकारों ने अपने अनुभव साझा किए। कार्यशाला कल समाप्त हुई और इसके बाद अन्य कार्यक्रमों के साथ निर्गुण संगीत का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।