नयी दिल्ली: भारत ने शुक्रवार को विभिन्न देशों से कहा कि वह कोरोना वायरस संकट से लड़ने में मानवता की मदद के लिए टीका उत्पादन और आपूर्ति में अपनी क्षमता का इस्तेमाल करेगा। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने भारत में विभिन्न देशों के राजदूतों और उच्चायुक्तों के साथ बातचीत में यह संदेश दिया। उन्होंने कहा, ‘‘कई देश टीके की आपूर्ति के लिए हमसे संपर्क कर रहे हैं। मैं अपने प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को दोहराता हूं कि इस संकट से लड़ने में मानवता की पूरी मदद करने के लिए टीका उत्पादन और वितरण की भारत की क्षमता का उपयोग किया जाएगा। भारत टीकों की आपूर्ति के लिए कोल्ड चेन तथा भंडारण क्षमता बढ़ाने में भी इच्छुक देशों की मदद करेगा।’’
इस संवाद का आयोजन भारत में कोविड-19 टीका विकास कार्यक्रम, आपूर्ति प्रणाली प्रबंधन और इस संबंध में अंतरराष्ट्रीय सहयोग की रूपरेखा से दूतों को अवगत कराने के लिए किया गया था। श्रृंगला ने कहा कि भारत टीकों को विकसित करने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने कहा, "हम अपने कुछ सहयोगी देशों में तीसरे चरण के परीक्षणों की संभावना तलाश रहे हैं। हम टीके के विकास के क्षेत्र में अनुसंधान सहयोग के लिए भी उत्सुक हैं। इच्छा के आधार पर हम कुछ देशों में टीकों के संयुक्त उत्पादन की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।’’
विदेश सचिव ने भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की चर्चा करते हुए कहा कि कुछ हफ्ता पहले करीब एक लाख मामले सामने आ रहे थे और यह संख्या अब 50,000 से कम हो गयी है। उन्होंने कहा, "हम सतर्क हैं और पूरे भारत में अपने अनुभवों के आधार पर नयी रणनीति तैयार करते रहते हैं।" श्रृंगला ने कहा कि भारत में मरीजों के स्वस्थ होने की दर अब 91.96 प्रतिशत (तीन नवंबर, 2020 तक) और मृत्यु दर 1.49 प्रतिशत हो गयी है।