नई दिल्ली: कौटिल्य नाम से जाने-जाने वाले व्यक्ति को दुनिया आचार्य चाणक्य के नाम से भी जानती है। आचार्य ने दुनियाभर को अपनी ज्ञानपूर्ण बातों से सही राह दिखाने का प्रयास किया है। धर्मनीति, कूटनीति और राजनीति में पारंगत आचार्य ने आम मानवीय स्वभावों, अच्छे और बुरे वक्त के संभावित संकेतों को भांपने की कला को समझाने के साथ साथ कुछ ऐसे विचार भी सामने रखे हैं जो आज के समय के लिहाज से भी यर्थाथ के बेहद करीब जान पड़ते हैं। आचार्य चाणक्य ने लोगों के पल-पल बदलते चरित्रों पर कटाक्ष करते हुए बताया है कि कब और किस समय अपने किन किन करीबी लोगों की निष्ठा को परखना चाहिए। जानिए आचार्य चाणक्य ने किन गूढ़ बातों को सदियों पहले दुनिया के साथ साझा किया था।
कर्तव्य का पालन न कर रहा हो नौकर तब ले उसकी परीक्षा-
आज के समय में नौकरों पर आसानी से हर किसी को भरोसा नहीं होता है, लोग नौकर रखने से पहले तमाम तरह की जांच पड़ताल करना मुनासिब समझते हैं। हालांकि तमाम जांच पड़ताड़ के बावजूद नौकर नौकरी के कुछ दिनों बाद भी अपने मालिक के साथ दगा कर सकता है। अगर आप भी अपने घर में नौकर रखते हैं तो आपके लिए चाणक्य की यह नीति कारगर साबित हो सकती है। चाणक्य का मानना था कि अगर आपका नौकर आपकी आज्ञा की अवहेलना करना शुरु कर दे तो माल लेना चाहिए आपका नौकर कुछ गड़बड़ कर सकता है।
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