नई दिल्ली: केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए कहा कि उसे भारत को लोकतंत्र का पाठ नहीं पढ़ाना चाहिए क्योंकि पूरी दुनिया जानती है कि हमारा पड़ोसी देश आतंकवाद के खिलाफ किस प्रकार की कार्रवाई करता है। रविशंकर प्रसाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से दिए गए उस बयान का जवाब दे रहे थे जिसमें कहा गया था कि भारत को चुनावी बहस में पाकिस्तान को नहीं 'घसीटना' चाहिए और अपने बल पर जीतना चाहिए। प्रसाद ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा, " पूरी दुनिया को मालूम है कि पाकिस्तान आतंकवाद की दिशा में किस प्रकार कार्य कर रहा है और किस तरह उनकी कुछ एजेंसियां जम्मू-कश्मीर समेत भारत के अन्य हिस्सों में आतंकवाद को बढ़ावा देती हैं।"
कानून मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता के आशीर्वाद से चुनाव जीतते हैं। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान को हमें उपदेश देना बंद कर देना चाहिए। हमें अपने लोकतंत्र पर गर्व है।" भारतीय जनता पार्टी के नेता ने कहा कि 'चुनाव कौन जीतेगा, यह जनता तय करेगी।'
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा पर हमला बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, " एक चीज बहुत ही अजीरोगरीब लगती है कि आनंद शर्मा ने रविवार को बयान दिया कि कांग्रेस नेताओं और पाकिस्तानी राजदूत के बीच कोई ऐसी बैठक नहीं हुई है।"
उन्होंने कहा कि लेकिन आज (सोमवार) के अखबार में विस्तार से छापा गया है कि पाकिस्तान की ओर कौन-कौन और कांग्रेस की ओर से कौन-कौन उस बैठक में शरीक हुए थे। उन्होंने कहा कि यह 'बहुत ही विस्मयकारी बात है' कि जब गुजरात में चुनाव चल रहा रहा है, तब इस तरह की बैठकें हो रहीं हैं।
प्रसाद का बयान पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से बयान आने के कुछ ही घंटों बाद आया है। साणंद में रविवार को एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में कांग्रेस से निलंबित नेता मणिशंकर अय्यर के आवास पर पाकिस्तानी अधिकारियों की 'गुप्त बैठक होने' के बारे में सवाल किया था।