चंडीगढ़: टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाले भारतीय पहलवान रवि दहिया ने भारत का नाम रौशन किया है और अब देश की बारी है उनको उनकी उपलब्धि का पुरस्कार देने की। हरियाणा सरकार ने इसकी शुरुआत कर दी है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि राज्य सरकार इनाम के तौर पर रवि दहिया को 4 करोड़ रुपये देगी और साथ में क्लास वन सरकारी नौकरी तथा राज्य में जहां वे चाहेंगे वहीं पर 50 प्रतिशत कंसेशन पर प्लॉट दिया जाएगा।
बता दें कि भारतीय पहलवान रवि दहिया गुरुवार को टोक्यो में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक से चूक गये। उन्हें ओलंपिक की कुश्ती प्रतियोगिता के पुरुषों के 57 किग्रा भार वर्ग में रूसी ओलंपिक समिति के जावुर युवुगेव से हारकर सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। युवुगेव ने अपने बेहतरीन रक्षण का नजारा पेश किया और अंकों के आधार पर यह मुकाबला 7-4 से जीता। युवुगेव ने शुरुआती अंक बनाया लेकिन रवि ने जल्द ही स्कोर 2-2 कर दिया। रूसी खिलाड़ी ने फिर से बढ़त हासिल कर दी। रवि पहले राउंड के बाद 2-4 से पीछे थे। दूसरे राउंड में भी युवुगेव ने एक अंक बनाकर अपनी बढ़त मजबूत की।
रवि दूसरे राउंड में भी 2 अंक ही जुटा सके। निशानेबाज अभिनव बिंद्रा भारत की तरफ से ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी थी। उन्होंने बीजिंग ओलंपिक 2008 में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में सोने का तमगा हासिल किया था। कुश्ती में भारत का यह दूसरा रजत पदक है। इससे पहले सुशील कुमार लंदन ओलंपिक 2012 के फाइनल में पहुंचे थे लेकिन उन्हें रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा था। टोक्यो खेलों में भारत ने अपना दूसरा रजत पदक हासिल किया। इससे पहले भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने महिलाओं के 49 किग्रा भार वर्ग में दूसरा स्थान हासिल किया था।
भारत को कुश्ती में पदक दिलाने वाले पहले पहलवान खशाबा जाधव थे। उन्होंने हेलसिंकी ओलंपिक 1952 में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। उसके बाद सुशील ने बीजिंग में ब्रॉन्ज और लंदन में सिल्वर मेडल हासिल किया। सुशील ओलंपिक में दो व्यक्तिगत स्पर्धा के मेडल जीतने वाले अकेले भारतीय थे और अब बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू ने यहां मेडल जीतकर इसकी बराबरी की। लंदन ओलंपिक में योगेश्वर दत्त ने भी ब्रॉन्ज मेडल जीता था। वहीं साक्षी मलिक ने रियो ओलंपिक 2016 में कांसे का तमगा हासिल किया था।