नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने बलात्कार के आरोपी को पांच साल बाद राजधानी के एक रेलवे स्टेशन से गिरफ़्तार किया है। आरोपी ने अपने पड़ोस में रहने वाली 6 साल की बच्ची के साथ बलात्कार किया था। दरअसल, आरोपी ने पहले पीड़ित बच्ची को उसके स्कूल से लिया और उसके बाद ओखला इंडस्ट्रियल एरिया की मेट्रो लाइन के नीचे झाड़ियों में ले गया।
क्योंकि, बच्ची आरोपी को पहले से पहचानती थी इसलिए आरोपी को डर था कि कहीं बलात्कार करने के बाद बच्ची सबको उसके बारे में बता न दे। इसलिए आरोपी ने पहले बच्ची को एक जगह पर खड़ा किया और टॉफी लेने के बहाने से वहां से चला गया। थोड़ी देर बाद आरोपी अपने मुंह पर कपड़ा बांधकर वापस आया और उस बच्ची के साथ बलात्कार किया।
बलात्कार करने के बाद आरोपी विजय दमई ने बच्ची के सर पर पत्थर से वार किया और बच्ची को मरा समझकर वहीं झाड़ियों में छोड़कर नेपाल फ़रार हो गया। जब बच्ची घर पर वापस नहीं लौटी तो उसके परिजनों ने दिल्ली पुलिस से शिकायत की, जिसके बाद सर्च ऑपरेशन में दिल्ली पुलिस को बेहोशी की हालत में बच्ची मिली। पीड़ित बच्ची को आनन फ़ानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अस्पताल में जब बच्ची को होश आया तो पीड़िता ने पुलिस को बताया कि एक व्यक्ति ने उसके साथ ग़लत काम किया है और जब पुलिस ने बच्ची से पूछा कि क्या वह उस व्यक्ति को पहचानती है तो पीड़िता ने मना कर दिया क्योंकि आरोपी विजय दमई ने अपने मुँह पर कपड़ा बाँधा हुआ था। लेकिन, पीड़िता ने बयान दिया कि आरोपी के हाथ पर सांप का टैटू बना हुआ है।
जब पुलिस ने पीड़िता के स्कूल में जाकर पूछताछ की तो पता चला कि पीड़ित बच्ची को उसके पड़ोस में रहने वाला विजय दमई अपने साथ लेकर गया था। जब पुलिस आरोपी विजय दमई के घर पहुँची तब तक आरोपी फ़रार हो चुका था। पुलिस ने जब जाँच आगे बढ़ायी तो पता चला कि आरोपी नेपाल फ़रार हो चुका है। पुलिस ने आरोपी को पकड़न के लिए उसके ऊपर 50,000 का ईनाम भी रखा था।
वारदात के पाच पाँच साल बाद आरोपी अब नौकरी की तलाश में भारत वापस लौटा था, जिसकी भनक SHO चांदनी महल को लग गई। जिसके बाद सेंट्रल जिले के डीसीपी एम एस रंधावा ने चाँदनी महल SHO विनोद कुमार सिंह, ATO राजीव शाह और सब इंस्पेक्टर मोहित मलिक की टीम बनाई और इस टीम ने रेप के आरोपी स्नेकमैन (साँप के टैटू वाले आदमी) विजय दमई को गिरफ़्तार कर लिया।