नई दिल्ली: राहुल गांधी के “मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है” वाले बयान को लेकर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने उनपर पलटवार किया और साथ ही शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को भी एक चैलेंज दिया। रंजीत सावरकर ने कहा कि “अच्छी बात है कि उनका नाम सावरकर नहीं है, अगर उनका नाम सावरकर होता तो हमें शर्म से मुंह छिपाना पड़ता। मैं ये कहता हूं कि उन्हें अपनी दादी इंदिरा गांधी का शुक्रगुजार होना चाहिए, क्योंकि उन्होंने अपने नाम से नेहरू हटा लिया।”
रंजीत सावरकर ने कहा कि “पहले उनका नाम इंदिरा गांधी नेहरू था, फिर नेहरू शब्द हटा दिया। क्योंकि, अगर वो नेहरू शब्द इनके नाम में रहता तो आज लोग इन्हें गुलामों के वंशज कहते।” वहीं, इसके अलावा उन्होंने शिवसेना अध्यक्ष और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें ठाकरे ने राहुल गांधी को पीटने की बात कही थी। ठाकरे ने यहा बयान तब दिया था जब शिवसेना महाराष्ट्र में कांग्रेस के साथ सरकार में नहीं थी।
ठाकरे के बयान पर रंजीत सावरकर ने कहा कि “मुझे लगता है कि उद्धव ठाकरे ने कहा था कि पीटना चाहिए तो उन्हें (राहुल गांधी को) पीटना चाहिए। अब यह बात शिवसेना के सामने है कि पीटे या ना पीटे। मैं देखना चाहता हूं कि राहुल गांधी के इस बयान (सावरकर सरनेम वाला बयान) पर उद्धव ठाकरे का क्या रिएक्शन होगा।” ठाकरे ने कहा था कि “राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में जब सावरकर को भगोड़ा कहा तो मैंने उस समय उसे नालायक कहते हुए कहा था कि उसे भी जूते मारने चाहिए।”
बता दें कि राहुल गांधी ने दिल्ली में कांग्रेस की रैली में अपनी ‘रेप इन इंडिया’ वाली टिप्पणी को लेकर भाजपा के हमले पर पलटवार करते हुए कहा था कि "संसद में शुक्रवार को भाजपा के लोगों ने कहा कि मैं अपने भाषण के लिए माफी मांगूं। मुझे कहते हैं कि सही बात बोलने के लिए माफी मांगो। मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है, मेरा नाम राहुल गांधी है। मैं सच्चाई के लिए कभी माफी नहीं मांगूंगा। मर जाऊंगा मगर माफी नहीं मांगूंगा औऱ न कोई कांग्रेस वाला माफी मांगेगा।"
इसके बाद शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने ट्वीट किया, ‘‘वीर सावरकर न सिर्फ महाराष्ट्र, बल्कि पूरे देश के लिए आदर्श हैं। सावरकर का नाम राष्ट्र और स्वयं के बारे में गौरव को दर्शाता है। नेहरू और गांधी की तरह सावरकर ने भी देश के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। ऐसे प्रत्येक आदर्श को पूजनीय मानना चाहिए। इस पर कोई समझौता नहीं हो सकता।”
वहीं भाजपा ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस नेता के लिए अधिक उपयुक्त नाम ‘राहुल जिन्ना’ है क्योंकि मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति उन्हें पाकिस्तान के संस्थापक का उत्तराधिकारी बनाती है। भाजपा प्रवक्ता जी वी एल नरसिम्ह राव ने कहा, ‘‘ राहुल गांधी के लिए अधिक उपयुक्त नाम ‘राहुल जिन्ना’ है । आपकी मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति और सोच आपको मोहम्मद अली जिन्ना का वारिस बनाती है, सावरकर का नहीं।’’