हिसार: सतलोक आश्रम प्रकरण में हिसार कोर्ट गुरुवार को विवादित धर्मगुरु रामपाल पर फैसला सुनाते हुए उसे दोषी करार दिया है। मामला 2014 का है जब रामपाल के आश्रम में भड़की हिंसा में 7 लोगों की मौत हुई थी जिसमें 5 महिलाएं और 1 बच्चा भी शामिल था। आपको बता दें कि हिसार सेंट्रल जेल में ही कोर्ट बनाया गया था और अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश डी. आर. चालिया मामले की सुनवाई की। वहीं, हिसार में रामपाल के समर्थकों से निपटने के लिए भारी मात्रा में सुरक्षाकर्मी तैनात थे, लेकिन रामपाल के समर्थक शांत ही नजर आए।
केस नंबर 429 में सभी धाराओं में रामपाल समेत 15 आरोपियों को दोषी करार दिया गया। इस मामले में सजा का ऐलान 16 अक्टूबर को होगा। वहीं, केस नंबर 430 में सभी धाराओ में रामपाल समेत 13 आरोपियों को दोषी करार दिया गया और इसमें सजा 17 अक्टूबर को सुनाई जाएगी। 429 में 4 महिलाओं और एक बच्चे की मौत का मामला था, और 430 में एक महिला की मौत का मामला था।
इससे पहले पुलिस ने किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए बुधवार को शहर में फ्लैग मार्च निकाला। हिसार उपायुक्त ने हिसार में धारा 144 लगाने के आदेश दिए हैं। किसी भी प्रकार की घटना से निपटने के लिए पुलिस और प्रशासन पूरे अलर्ट पर हैं।
Rampal Verdict Updates:
12:45 PM: कोर्ट ने दोनों मामलों में रामपाल को दोषी करार दिया, छावनी में बदला हिसार।
12:01 PM: हिसार सेंट्रल जेल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई जारी।
11:31 AM: हिसार सेंट्रल जेल-2 में स्पेशल जज सुनाएंगे फैसला।
11:07 AM: केस नंबर 429 में रामपाल समेत कुल 15 आरोपी हैं। केस नंबर 430 में रामपाल सहित 13 आरोपी हैं।
10:59 AM: केस से जुड़े वकील और जज हिसार जेल पहुंचे। दोपहर बाद 2 बजे तक आ सकता है फैसला।
10:46 AM: सुनवाई से 48 घंटे पहले ही जिले की सभी सीमाएं सील कर दी गई थीं।
10:44 AM: दिल्ली रोड और राजगढ़ रोड और साउथ बाईपास पर रूट डाइवर्ट किया गया है।
चाक-चौबंद है सुरक्षा व्यवस्था:
- एसटीएफ इंचार्ज डीआईजी बी सतीश बालन को शहर में लगने वाली फोर्स में शामिल करीब 2000 जवानों को तैनात करने और कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
- खुफिया तंत्र ने अलर्ट जारी किया है कि रामपाल समर्थक ज्यादातर दिल्ली और जयपुर ट्रेन में सवार होकर हिसार रेलवे स्टेशन पहुंच सकते हैं।
- कानून व्यवस्था बनाए रखने को हिसार पुलिस ने जिले में 48 एंट्री-एक्जिट प्वाइंट पर नाके लगाए हैं।
- शहर में सुरक्षा का जिम्मा बाहरी जिलों के पुलिस अफसरों को सौंपा है, जो प्रमुख स्थानों पर हैं।
- कोर्ट और कचहरी परिसर पूरी तरह से सील है। यहां पर किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति का प्रवेश वर्जित है।